Meerut: मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए जिन्होंने भी फॉर्म भरा उनका पहचान पत्र घर तक नहीं पहुंच रहा है. तहसील में पहचान पत्र लेने के लिए लोग पहुंचते हैं तो कर्मचारी उन्हें कल आने की बात कहकर टरका दते हैं. खिड़की पर परेशान लोगों की लाइन लगी रहती है तो कर्मचारी सीधे मुंह बात करना भी पसंद नहीं करते. शिकायत लेकर कचहरी में सहायक निर्वाचन अधिकारी के पास जाते हैं तो वे भी तहसील में संपर्क करने की बात कहकर टरका देते हैं. आईनेक्स्ट टीम जब तहसील परिसर में लोगों से बाचतीत की तो सब की जुबां से एक ही बात थी कि कोई तो बताए कैसे मिलेगा मेरा फोटो पहचान पत्र.


समस्या का निस्तारण नहीं फोटो पहचान पत्र न मिलने से परेशान लोगों की समस्या का निस्तारण करने से अधिकारी भी बच रहे हैं। कई लोगों ने तहसीलदार और एसडीएम से इस बात की शिकायत की तो उन्होंने निर्वाचन कार्यालय में जाकर पहचान पत्र पूछने की बात कहकर टाल दिया।विकलांग भी परेशानएक ओर तो सरकार विकलांगों को सुविधाएं और विभिन्न योजनाओं का लाभ देने का दावा करती है वहीं दूसरी ओर कर्मचारी और अधिकारी विकलांगों का उत्पीडऩ करने पर उतारु हैं। तारापुरी के मोहम्मद अरशद पहचान पत्र बनवाने के लिए पिछले दो महीने से तहसील के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आज तक उनका पहचान पत्र नहीं बना है। अरशद का आरोप है कि तहसील में पहचान पत्र बनाने वाले कर्मी उसके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। सवाल है कि जब विकलांगों का ये हाल है तो आम जनता का क्या होगा।


प्रत्येक बूथ पर एक बीएलओ की तैनातीमेरठ जिले में सात विधानसभा क्षेत्र है। जिनमें कुल 1165 बूथ हैं। सिवालखास में 190, सरधना में 188, हस्तिनापुर में 192, किठौर में 176, मेरठ कैंट में 138, शहर में 129 और मेरठ दक्षिण में 152 बूथ है। प्रत्येक बूथ पर एक-एक बीएलओ की तैनाती जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा की गई है। दस फरवरी को सभी बूथ पर बीएलओ बैठेंगे।

किराएदार भी बनवाएं अपनी वोटआप बाहर से आकर मेरठ में पढ़ाई कर रहे हैं या फिर नौकरी कर रहे हैं, तो आप भी अपने वोट की कीमत को समझें। आप भी अपनी वोट बनवा सकते हैं। इसके लिए आप जहां रहते हैं वहां के मतदान स्थल पर जाना होगा। बीएलओ से मतदाता सूची में नाम शामिल करने वाला फॉर्म फिल करना होगा। आपके पास एक एफिडेबिट और आईडी कार्ड का होना आवश्यक है। आईडी में आपका पैन कार्ड, आधार कार्ड भी मान्य होगा। काफी धक्के खा रहे हैं लोग"मैं अपना पहचान पत्र बनवाने के लिए पहले कचहरी गया था, वहां से मुझे तहसील भेज दिया गया। तीन दिन से तहसील के चक्कर काट रहा हूं। मेरा पहचान पत्र नहीं बना है। कर्मचारी दो फरवरी को आना, 14 फरवरी को आने की बात कहकर टरका देते हैं." बिजेंद्र, शिव हरि मंदिर कॉलोनी साबुन गोदाम"मैंने अपना वोट बनवाने के लिए कुछ दिन पहले फॉर्म भरा था लेकिन अभी तक वोट नहीं बनाई गई है। न ही पहचान पत्र बनकर घर आया है। बड़ी मुसीबत हो रही है। कोई मेरी सुनने के लिए तैयार नहीं है."-अनुज, पांडवनगर

"छह बार मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए फॉर्म भरा लेकिन आज तक न तो वोट बनी है न ही पहचान पत्र। तहसील में जब मैं पूछने आता हूं तो कर्मचारी बताने को राजी नहीं होते, टरका देते हैं."-मोहम्मद शकील, सरस्वती नगरइन नंबरों पर कर सकते हैं कॉलमतदाता शिकायत सेल टोली फ्री नंबर- 18001801950 उप जिलाधिकारी - 9454416685तहसीलदार - 9454416692उप जिलाधिकारी मवाना-9454416686तहसीलदार मवाना - 9454416693उप जिलाधिकारी सरधना- 9454416687तहसीलदार सरधना - 9454416694सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी- 9454418073

Posted By: Inextlive