जय शिव धर्म कांटा बागपत रोड पर कमरे में सो रहे यशपाल चौधरी की बीती 30 जून को गोलियां बरसाकर कर दी थी हत्या

हत्या के मामले में पुलिस ने प्रेसवार्ता में किया खुलासा, बेटे ने ही प्रॉपर्टी विवाद में कराई पिता की हत्या

पुलिस ने बेटे और स्टाफ को किया गिरफ्तार, हत्या में प्रयोग हुई एक पिस्टल, दो कारतूस, बाइक भी बरामद

Meerut। जिसकी उंगली पकड़कर चलना सीखा, उसी की हत्या करवा दीये किसी कहानी की शीर्षक नहीं बल्कि मेरठ में रक्तरंजित होते बाप-बेटे के रिश्तों की असलियत को उजागर करता है। बीते दिनों ऐसे कई मामले सामने आए, जिसमें जेब खर्च न मिलने पर या प्रॉपर्टी विवाद या फिर प्रेम विवाह के लिए मना करने पर बेटे ने बाप को भाड़े के शूटर्स से मौत के घाट उतरवा दिया। महावीर हास्पिटल के मालिक यशपाल चौधरी की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। कलयुगी बेटे ने संपत्ति के लालच में आकर भाड़े के शूटरों से पिता की हत्या कराई थी। पुलिस ने मृतक के बेटे, हास्पिटल स्टाफ और भाड़े के शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्या में प्रयोग हुई एक पिस्टल, दो कारतूस, बाइक भी बरामद कर ली है।

प्रेसवार्ता में खुलासा

टीपी नगर थाने में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि 30 जून को जय शिव धर्म कांटा बागपत रोड पर कमरे के अंदर यशपाल चौधरी सो रहे थे। तब शूटर्स ने उनकी गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई थी। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि यशपाल चौधरी व उसके बेटों में पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। यशपाल चौधरी खुद हास्पिटल की देख-रेख करते थे। यशपाल चौधरी के चार बेटे सतेंद्र, नरेंद्र, धर्मेद्र और अमित है। मृतक यशपाल चौधरी द्वारा अपनी संपत्ति व हास्पिटल में नरेंद्र को पूर्व में अधिक हिस्सा दिया गया था। अन्य बेटों के हिस्से में कम संपत्ति आई थी। वर्तमान में यशपाल चौधरी सभी बेटों में बराबर की संपत्ति बांटना चाहते थे। जिसके चलते संपत्ति को अपने हाथ से जाता देख नरेंद्र द्वारा मुनव्वर अली उर्फ मोनू निवासी सलारपुर रोहटा, जो महावीर हास्पिटल का मालिक है को हास्पिटल किराए पर दिलाया था। यशपाल चौधरी ने मुनव्वर को हास्पिटल खाली करने के लिए एक जुलाई तक का समय दिया था। नरेंद्र मुनव्वर से हास्पिटल खाली कराने के पक्ष में नहीं था। इस बात को लेकर यशपाल चौधरी और नरेंद्र के बीच गाली-गलौज भी हो गई थी।

बदायूं में जमीन

दरअसल, यशपाल चौधरी हास्पिटल व बदायूं की 180 बीघा जमीन को बेचकर सभी बेटों में बराबर रुपये बांट देना चाहते थे। हास्पिटल का एक तिहाई हिस्सा व 80 बीघा जमीन नरेंद्र के नाम पर ही है। इसी रंजिश से नरेंद्र द्वारा मुन्नवर अली उर्फ मोनू को आधा किराया देने व हास्पिटल में आधे का हिस्सेदार बनाने का लालच देकर अपने पिता यशपाल चौधरी की हत्या करने का षड़यंत्र रच लिया था। इसके लिए मुनव्वर ने अपने जानकार शूटर नूर आलम निवासी ग्राम सलारपुर रोहटा को तैयार कर लिया। नूर आलम पर किसी का कर्ज था, उस कर्ज को उतारने और पचास हजार रूपये में हत्या की प्लानिंग तय हो गई। जिसके बाद नूर आलम ने गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। पुलिस ने एक पिस्टल, दो मैग्जीन, एक अपाचे बाइक भी बरामद कर ली है।

आसानी से मिलते हैं शूटर्स

मेरठ। जिले में हत्या करने के लिए भाड़े के शूटर आसानी से उपलब्ध हैं। हैरत की बात है कि इन शूटर्स का कोई बड़ा आपराधिक इतिहास भी नहीं हैं। बस ये तो अपना कर्जा उतारने या फिर पैसों के लालच में आकर दूसरों की हत्या की सुपारी ले रहे हैं।

कोई आपराधिक इतिहास नहीं

जिले में बीते दिनों में शूटर्स के जरिए हत्या को अंजाम देने की तीन से चार घटनाओं में सामने आया है कि बेटे ने पिता को मौत के घाट उतारने के लिए शूटर्स को भाड़े पर हायर किया था। शनिवार को पकड़ा गए शूटर नूर आलम के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। मगर उसने अपने ऊपर चढ़े कर्ज को उतारने के लिए 50 हजार रुपये के लालच में यशपाल चौधरी की हत्या कर दी। वहीं 26 अप्रैल को व्यापारी के बेटे द्वारा दिए गए पांच लाख रुपये के एवज में युवकों ने उसके व्यापारी पिता को मौत के घाट उतार दिया था। इन शूटर्स का भी पुलिस के मुताबिक कोई आपराधिक इतिहास नहीं था।

इन घटनाओं में भी हुआ रिश्तों का कत्ल

30 जून 2021

प्रॉपर्टी विवाद में जय शिव धर्म कांटा बागपत रोड पर कमरे के अंदर सो रहे महावीर हास्पिटल के मालिक यशपाल चौधरी की बेटे ने भाड़े के शूटर्स से करा दी थी हत्या।

26 अप्रैल 2021

ब्रहमुपरी में कोयला व्यापारी की हत्या बेटे ने भाड़े के शूटरों से करा दी थी। इसके पीछे की वजह यह थी कि पिता बेटे के प्रेम प्रसंग के खिलाफ थे।

9 मार्च 2021

ब्रहमपुरी में बाप ने पैसे देने से बेटे को मना किया तो बेटे ने सराफ पिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह मामला चर्चाओं में रहा था।

15 अगस्त 2020

लिसाड़ी गेट क्षेत्र में बाप ने बेटे को गलत कार्यो से रोका तो बेटे ने बाप के पेट में गोली मार दी थी।

20 जुलाई 2020

खरखौदा के धनतला गांव में पैसे नहीं देने पर बेटे ने बाप की हत्या कर दी थी।

Posted By: Inextlive