पॉश इलाकों में भी दूर से पानी भरना पड़ता है पानी
- कब मिलेगा पीने का पानी, नाले और नालियों में पसरी हुई है गंदगी
- बुनियादी सुविधाओं के लिए ही जूझ रहे स्थानीय लोग मेरठ। मुख्य मार्ग पर स्थित वार्ड 11 शहर के पॉश इलाकों में शामिल है। यहां के मुख्य मार्गो की स्थिति ठीक है, लेकिन अंदरूनी इलाकों के हालात बदत्तर है, खंभों पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। वार्ड में पीने का पानी लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। दैनिक दिनचर्या के कामों के लिए भी लोगों को दूर से पानी भर कर लाना पड़ रह है। सड़कों को अभी भी पक्के होने की दरकार है। सफाई की भी व्यवस्था नहीं है। जबकि यहां के पार्षद की मानें तो यहां विकास के सभी काम करवाएं गए हैं। वार्ड 11 वार्ड पार्षद- गजेंद्र सिंह इंटर पास जनसंख्य- 30000 वोटर्स- 18000मोहल्ले-= कुंडा, नईबस्ती, डुंगरावली, पुट्ठा, सुंदरा, अंसल कॉलोनी, वेदव्यासपुरी, सुपरटेक, सूर्या पैलेस, मेजर ध्यानचंद नगर, पश्चिमी रिठानी, मोहकमपुरा, शिवपुरम, देवलोक, देवता पुरम
--------- हक और हकीकत खराब हैंडपंपवार्ड में हैंडपंप काफी वक्त से खराब पडे़ हैं। सरकारी पानी भी कभी आता है कभी नहीं आता। पानी के लिए भी बाहर से पानी लाना पड़ता है। गर्मियों को तो पानी के लिए खासी परेशानी उठानी पड़ती है।
10 में से 2 --------- बिजली के तार वार्ड में बिजली के तारों की विकट समस्या है। एक-एक खंभे पर 100 तार लटके हुए हैं। यह कभी भी हादसे का सबब बन सकते हैं। स्ट्रीट लाइट नहीं हैं.खंबे जर्जर हालात में हैं। 10 में से 3 -------- गंदी नालियां वार्ड में गलियों की नालियों में कूड़ा भरा हुआ है। हालात यह है नाली का गंदा पानी और कूड़ा सड़कों पर जमा हो जाता है। कई महीनों से इनकी सफाई नहीं होती। निकासी की भी सुविधा नहीं है। 10 में से 2 ------------ सड़क वार्ड में कई इलाकों में सड़क टूटी पड़ी है। कई जगह खड़जे उखड़े हुए हैं। रात के अंधेरे में आते-जाते कोई दुर्घटना होने के पूरे आसार रहते हैं। इसके अलावा सड़कों पर जगह- जगह गड्ढे हैं । 10 में से 4 ------------- नालियों में कूड़ा वार्ड में जगह-जगह गंदगी है। नालियों में कूड़ा पड़ा रहता है। नालियों मे सिल्ट के साथ ही कूड़ा-करवट भरा रहता है। कूड़ा भरा होने से गंदगी का अंबार लगा रहा है। गंदगी की वजह से बीमारियों के बढ़ने का खतरा बना हुआ है। 10 में से 3 ---- वार्ड बोलता हैहमारे यहां पानी की बहुत किल्लत है। हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। पीने के लिए भी बाहर से पानी लाना पड़ता है। सरकारी पानी भी प्रॉपर नहीं आता है। हैंडपंप सही होने चाहिए।
योगेंद्र --------- गंदगी बहुत ज्यादा है। सड़कों को ही कूड़ा घर बनाया गया है। डंपिंग ग्राउंड नहीं हैं। मक्खी मच्छर तो आते ही हैं आते-जाते दुर्गध भी झेलनी पड़ती है। सफाई कर्मचारी होने चाहिए जो नियमित कूड़ा उठाएं। कुलदीप ---------- नालियों की कभी सफाई नहीं होती। कूड़ा जमा रहता है, लेकिन आज तक कभी इनकी सफाई नहीं हुई। सड़क पर कूड़ा बाहर निकलता रहता है। आने-जाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जीत सिंह ------- सड़को पर गड्ढे बहुत हैं। कही -कही तो सड़क ही नहीं है। रात को दुर्घटना होने का ड़र रहता है। बारिश में पानी भर जाता है। सड़कों को पक्का करवाना चाहिए। ताराचंद -------- पब्लिक डिमांड - सड़क पक्की होनी चाहिए - हैंडपंप दुरुस्त हो - दोनों समय गंदगी उठाने की व्यवस्था हो - सौंदर्यीकरण - पानी की समस्या हल हो - खंभों की स्थिति सुधरे - स्ट्रीट लाइट हो ---------- जवाब दो पार्षद जीसवाल- अब तक आपने क्या विकास करवाया
जवाब- अब तक हमने अपने वार्ड के लिए करीब 10 करोड़ बजट का काम करवाया दिया है। इसमें सड़कों की मरम्मत, इंटरलॉकिंग, पार्क आदि कार्य शामिल हैं। सवाल- गंदगी बहुत है जवाब- सफाई के लिए हमने कई बार धरना प्रदर्शन भी किया है। प्रशासन को बार-बार हम इसके लिए शिकायत भेजते रहते हैं। नाले की भी अब थोडी पीछे की जगह रह गई है। सवाल- नालों की सफाई नहीं होती जवाब- हमने शिवपुरम फाटक से लेकर मोहकमपुर तालाब तक नाले बनवाएं हैं। दिल्ली रोड पर भी हमने नाले बनवाएं हैं सवाल- सड़के नहीं हैं जवाब-कुंडा- पुट्ठा रोड पर सड़क की समस्या है। कई बार शिकायत पत्र दिया है लेकिन प्रशासन की तरफ से उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। खड़ंजा ही बिछा हुआ है।