हे प्रभु! रेलवे स्टेशन के कब आएंगे अच्छे दिन
- परवान नहीं चढ़ रहीं सरकार की तमाम योजनाएं
- कई योजनाओं पर अभी तक चल रहा है काम Meerut । सरकार ने भले ही रेल बढ़े-देश बढ़े का नारा दे दिया हो, लेकिन रेलवे सिटी स्टेशन पर अभी भी कई विकास कार्य ग्रीन सिग्नल का इंतजार कर रहे हैं। कुछ कार्य शुरु तो हुए, लेकिन उनका पूरा होना सपना हो गया है। जबकि कुछ कार्य अभी तक भी अधिकारियों की फाइलों में ही एक विभाग से दूसरे विभाग में ही घूम रहे हैं। एस्कलेटर की डेडलाइन खत्मस्टेशन पर लंबे समय से चल रही एस्कलेटर और लिफ्ट बनाने की योजना की डेडलाइन दिसंबर 2016 में खत्म हो चुकी है, लेकिन 2017 का आधा समय बीत जाने के बाद भी शहर की जनता को एस्कलेटर की सुविधा नहीं मिल पाई है। यात्रियों की सुविधा के लिए 258 लाख रुपये के बजट से बन रहा यह प्रोजेक्ट अभी तक निर्माणाधीन है।
------------ वेटिंग रूम में एसीरेलवे स्टेशन पर फर्स्ट क्लास वेटिंग रूम में 5 टन का एसी लगना प्रस्तावित है, लेकिन गर्मियां बीतने को हैं और एसी का प्रस्ताव अभी तक भी अधिकारियों की फाइलों में ही घूम रहा है। स्टेशन अधिकारियों ने 1.5 टन के दो एसी का प्रपोजल तैयार करवा लिया है, लेकिन अभी इसको अमलीजामा पहनाना दूर की कौड़ी है। वहीं स्टेशन पर फ्री वाई-फाई लगवाने के कार्य को दो महीने से सिग्नल नहीं मिल पा रहे हैं। इसके अलावा ऑटोमेटिक वेडिंग मशीन, दिव्यांगों के लिए सुविधा के साथ ही ऑटोमेटिक डिस्पले का कार्य भी अभी तक भी शुरु नहीं हुआ है।
------------- एस्कलेटर का काम लगभग पूरा हो चुका है। 15 से 20 दिन में यह पूरा हो जाएगा। वाई-फाई और एसी के लिए भी काम लगभग शुरु हो चुका है। आरपी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक पब्लिक कोट्स मेरठ का स्टेशन भले की आदर्श स्टेशन की श्रेणी में हो, लेकिन रेलवे स्टेशन पर अभी तक भी आधुनिक सुविधाएं नहीं आ पाई हैं। ललित कुमार --------- सबसे बड़ी समस्या तो यह है कि यहां कभी गाडि़यां समय पर नहीं आती है। संगम और नौचंदी एक्सप्रेस का तो लेट होने का रिकॉर्ड बना देना चाहिए। अर्चना सिंह --------- यहां एटीएम अधिकतर खराब रहते हैं। वाई-फाई देखते हैं कब तक दे पाते हैं। एस्कलेटर लगवा रहे हैं अच्छी बात है। अंजलि