साड़ी कारोबारी निकला टैक्स चोर वाणिज्य कर विभाग ने की कार्रवाई सेल्स टैक्स अधिकारियों की 22 सदस्यों की टीम ने 19 घंटे तक की जांच

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में साड़ी व्यापारी द्वारा बड़े स्तर पर टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। सेल्स एंड टैक्स विभाग की वाराणसी यूनिट की 22 सदस्यों की टीम ने साड़ी व्यापारी के पांच ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। इस दौरान अधिकारियों को कई तरीके की अनियमितताएं मिलीं। कारोबारी ने 4 करोड़ का माल कच्चे बिल पर की सेल कर दिया। इस पर विभाग ने 35 लाख का जुर्माना लगाया है.

2017 से कर रहा था टैक्स चोरी

डिप्टी कमीश्नर जेपी मौर्य ने बताया कि व्यापारी की शहर में दो फर्म ताज स्टेट एवं ताज स्टेट क्लासिक है। व्यापारी द्वारा साड़ी पर टैक्स की चोरी की घटना 2017 से ही की जा रही थी। पहले सरकार ने साड़ी व्यवसाय को टैक्स से बाहर रखा था। फिर 2017 में टैक्स के दायरे में रख दिया था। उक्त व्यापारी धड़ल्ले से अपनी सभी फर्मों से व्यवसाय करता था और फाइल को मेंटेन नहीं करता था। इसकी वजह से वह टैक्स से हमेशा बच निकलता था.

कच्चे बिल पर करता था खेल

व्यापारी के द्वारा कच्चे बिल पर चोरी का खेल किया जाता था। जब भी व्यापारी के यहां से कोई भी साड़ी खरीदता था तो उसे पक्का बिल नहीं देता था। इसके साथ थोक व्यवसायी को भी वह पक्का बिल नहीं देता था। इस वजह से उसकी सेलिंग को सेल्स एवं टैक्स विभाग ट्रेस नहीं कर पा रहा था। इस कारण व्यापारी धड़ल्ले से टैक्स चोरी को अंजाम देता था.

विभाग ने एक साथ मारे छापे

सेल्स एंड टैक्स विभाग के अधिकारियों ने टैक्स चोर को गिरफ्त में लेने के लिए उसके सभी ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। अधिकारियों की संयुक्त टीम ने ताज स्टेट के रविन्द्रपुरी, हेड आफिस भेलुपूर, बुधविहार कैंट, क्लासिक लहरतारा में कार्रवाई करते हुए 4 रजिस्टर कंप्यूटर एवं अन्य 10 अभिलेखों को एक साथ जब्त कर लिया है। इन सभी प्रमाण पत्रों की अधिकारियों द्वारा जांच जारी है.

अल्टीमेटम के साथ रिकवरी

साड़ी व्यापारी के सभी ठिकानों पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने 4 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी। इसके बाद व्यापारी को अल्टीमेटम का नोटिस देते हुए तुरंत रिकवरी करनी शुरू कर दी। इसके बाद 10 प्रतिशत ब्याज के हिसाब से व्यापारी से टैक्स चोरी के एवज में 35 लाख रुपये जमा कराए जा चुके हैैं.

टीम में ये थे शामिल

टैक्स चोरी की गोपनीय सूचना पर छापामार कार्रवाई के लिए जोन प्रथम के एडिशनल कमिश्नर प्रिंस कुमार ने टीम का गठन किया। इसमें ज्वाइंट कमिश्नर अनिल कुमार, ज्वाइंट कमिश्नर रेणू गौतम, ज्वाइंट कमिश्नर एसबी सिंह, डिप्टी कमिश्नर जेपी मौर्य समेत 22 सदस्य शामिल थे।

वर्जन

अधिकारियों द्वारा बड़ी सजगता से कार्रवाई की गई है। जब्त किए गए प्रपत्रों एवं अभिलेखों की जांच कार्यालय में की जा रही है। व्यापारी से 35 लाख रुपये जमा करा लिए गए हैैं। इसके बाद अग्रिम कार्रवाई जारी रहेगी.

मिथिलेश कुमार शुक्ला, एडिशनल कमिश्नर, जोन प्रथम, वाराणसी

Posted By: Inextlive