वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन ने लिया फैसला एसोसिएशन के अध्यक्ष को प्रदेश गंगा नदी में तटीय नौकायन शुरू करने की जिम्मेदारी


वाराणसी (ब्यूरो)पूरे पूर्वांचल के लिए स्पोट्र्स का हब बनने की ओर अग्रसर बनारस में अब वाटर स्पोट्र्स की भी चर्चा तेज हो गई है। इनडोर और आउटडोर गेम्स कराने के लिए जहां यहां इंटरेशनल क्रिकेट स्टेडियम और सिगरा में विशाल स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स तैयार हो रहा है, वहीं अब यहां वाटर स्पोट्स का हब भी बनाने के लिए हरी झंडी दिखा दी गई है। अब रामनगर में वाटर स्पोर्ट्स सेंटर बनेगा। इसका खाका तैयार कर लिया गया है। इसके जरिये नेशनल व इंटरनेशनल लेवल के प्लेयर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। यहां ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने लायक खिलाड़ी तैयार किए जाएंगे। साथ ही वाटर स्पोर्ट्स की बड़ी प्रतिस्पर्धाएं कराई जाएंगी। नमो घाट के पास वाटर स्पोर्ट्स परिक्षेत्र बनाया जाएगा। यही पर वाटर स्पोर्ट्स से जुड़ी प्रतिस्पर्धाएं होंगी। रामनगर के पीएसी परिसर के पास भी वाटर स्पोर्ट्स सेंटर बनाने की कवायद शुरू हो गई। इस सेंटर के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा, फिर नमो घाट पर गंगा में खेल प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। इसके खुलने से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार की संभावना बढ़ेगी। इसका फायदा आसपास के नाविकों को भी मिलेगा.

एके सिंह को सौंपी गई जिम्मेदारी

वाराणसी में वाटर स्पोट्र्स को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन की ओर से रविवार को लखनऊ में बढ़ा निर्णय लिया गया है। यहां हुई एक बैठक में उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष पछलिका सिंह, उपाध्यक्ष एमएलसी पवन सिंह चौहान और सचिव सुधीर शर्मा ने वाराणसी रोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। एके सिंह को प्रदेश की नदियों में विशेष कर गंगा नदी में तटीय नौकायन शुरू करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसकी शुरुआत बनारस से की जायेगी। इसके लिए प्रदेश रोइंग एसोसिएशन पूरी मदद करेगा। इसमें खेल विभाग और भारतीय खेल प्राधिकरण की मदद ली जायेगी। बैठक में डॉ। एके सिंह को दो वर्ष के लिए उत्तर प्रदेश कोस्टल रोइंग का अध्यक्ष पद पर चुना गया, बनारस में वाटर स्पोट्र्स की दिशा में जो भी कार्य होंगे वो इन्हीं की देखरेख में होगा।

पीएम की पहल का असर

नमो घाट परिक्षेत्र के गंगा में हाई स्पीड मोटर बोट रेस कराई जाएगी। इसमें 250 किलो मीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से मोटर बोट चलेंगे। खेल विभाग से मोटर बोट रेस की अनुमति भी मिल चुकी है। वाराणसी रोइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। एके सिंह के अनुसार वाटर स्पोर्र्ट्स के लिए गंगा में शूलटंकेश्वर से लेकर राजघाट के नमोघाट तक का चुनाव किया गया है। उन्होंने बताया कि खेलों को महत्व देने से पूर्वांचल ही नहीं बल्कि देश भर में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है। पीएम के इस पहल से आने वाले दिनों में भारत खेलों में नई शक्ति बन कर उभरेगा। प्रदेश सरकार जल आधारित खेलों के लिए वाराणसी में महिला और पुरुष कोच की भी नियुक्ति करेगी। जल्द ही प्रयागराज की टीम यहां आकर मौका मुआयना करेगी। प्रमुख सचिव की पहल पर दो रोविंग बोट और दो कोच देने की सहमति मिली है। जल्द ही यहां वाटर मोटर बोट के लिए खिलाडिय़ों की टीम तैयार की जाएगी। इनका चयन प्रक्रिया भी शुरू होगी।

रोमांचक खेलों का लुत्फ उठा सकेंगे पर्यटक

बनारस में वाटर स्पोट्र्स हब बनने के बाद यहां आने वाले पर्यटक नौका विहार के साथ रोमांचक खेलों का लुत्फ उठा सकेंगे। पर्यटक यहां बोटिंग के साथ ही वाटर स्कूटर, पैरासेलिंग, नौकायन, कैनोइंग, विंड सर्फिंग, याचिंग, सेलिंग, स्कूबा डाइविंग, रोविंग बोट के अलावा कई अन्य खेलों का लुत्फ उठा सकेंगे। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए यहां रेस्क्यू टीम भी तैनात रहेगी। गोताखोरों के साथ एक मेडिकल टीम भी मुस्तैद रहेगी.

क्या होगा मानक चयन में

155 सेमी से ज्यादा लंबाई न हो बालक वर्ग में

150 सेमी से ज्यादा लंबाई न हो बालिका वर्ग में

10 वर्ष से कम आयु के खिलाड़ी नहीं हो सकेंगे शामिल

बनारस में मोटर बोट रेस की संभावना तलाशी जा चुकी है। प्रारंभिक सर्वे रिपोर्ट सकारात्मक रहा है। लखनऊ में हुई बैठक में बढ़ा निर्णय लिया गया है, जिसमें प्रदेश की नदियों में खासकर गंगा नदी में तटीय नौकायन शुरू करने का खाका तैयार किया गया है। इसकी शुरुआत बनारस से की जायेगी। इसमें प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के साथ खेल विभाग और भारतीय खेल प्राधिकरण की मदद ली जायेगी.

डॉएके सिंह, अध्यक्ष, वाराणसी रोइंग एसोसिएशन

Posted By: Inextlive