VC ने आसमान से लिया BHU का नजारा

-एयर एनसीसी बीएचयू के ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट में बैठ कर बीस मिनट तक की हवा में सैर

-गंगा घाट, रामनगर किला व महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का किया अवलोकन

-हाल ही में एयर NCC विंग में लौटा है यह ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट

VARANASI: बीएचयू के लिए शनिवार का दिन कुछ खास रहा। जी हां, बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने लगभग भ्00 फीट की ऊंचाई से बीएचयू को देखा। किसी वीसी के इतनी हाइट से बीएचयू को देखने का यह पहला मौका था। उन्हें यह मौका उपलब्ध कराया बीएचयू के एयर एनसीसी ने। वीसी ने बीएचयू के हवाई पट्टी से एनसीसी के प्रशिक्षण विमान 'जेन एयर माइक्रोलाइट' से लगभग ख्0 मिनट तक उड़ान भरी। उनके साथ 7 यूपी एयर स्क्वॉड्रन एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर नसीब बामल भी थे। प्रशिक्षण विमान से उन्होंने न केवल बीएचयू बल्कि गंगा के घाट, रामनगर किला व सिटी के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का भी अवलोकन किया।

अद्भुत है बीएचयू

हवाई भ्रमण के बाद वीसी ने अपने अनुभव बताये। कहा कि महामना द्वारा स्थापित सर्वविद्या की राजधानी की छटा ऊपर से अद्भुत व अलौकिक प्रतीत होती है। बीएचयू हवा में से और भी सुंदर दिखता है। उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि एयर विंग एनसीसी बीएचयू में ही एयरक्राफ्ट प्रशिक्षण यूनिट स्थापित कर एनसीसी कैडेट्स को ट्रेनिंग देता है। ऐसा किसी अन्य यू्निवर्सिटी में नहीं है। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी स्पो‌र्ट्स बोर्ड के वाइस प्रेसिडेंट प्रो। एसवीएस राजू, चीफ प्रॉक्टर प्रो। सत्येन्द्र सिंह के अलावा जूनियर वारंट ऑफिसर सतीश कुमार, बी मिश्रा, बी गायकवाड़, सारजेन्ट एम रॉगी, राजीव कुमार, कार्पोरल शिव कल्याण, राकेश, मृत्युंजय कुमार आदि मौजूद थे।

बाक्स

ढाई घ्ांटे हवा में तैर सकता है जेन एयर माइक्रोलाइट

विंग कमांडर नसीब बामल ने बताया कि कुछ दिन पहले यह एयरक्राफ्ट कानपुर चला गया था लेकिन यह हमारा सौभाग्य है हम इसे फिर से बीएचयू में लाने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतम एक हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ने वाले इस एयरक्राफ्ट में एक बार में ब्0 लीटर पेट्रोल भरा जा सकता है। जिससे यह क्70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ढाई घंटे की उड़ान भर सकता है। इसके उड़ान के लिए एयर ट्रैफिक कन्ट्रोल वाराणसी से परमिशन लेनी पड़ती है। बताया कि यहां एयरक्राफ्ट उड़ाने का प्रशिक्षण क्क् अप्रैल से स्टार्ट हो चुका है। अभी तक एनसीसी के ब्0 से अधिक कैडेट्स को फ्लाइंग का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वर्ष ख्0क्म् में दो तथा वर्ष ख्0क्7 में दो एयर क्राफ्ट और मंगाये जायेंगे। इस प्रकार इस हवाई पट्टी पर टोटल पांच एयर क्राफ्ट प्रशिक्षण देंगे।

बॉक्स

विमान क्रैश होने की अफवाह भी तैरी

एनसीसी के इसी विमान के विश्वसुंदरी पुल पर क्रैश हो जाने की अफवाह से शहर में अफरातफरी का माहौल रहा। सत्यता को परखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग पुल पर जुटे। पुलिस को भी सूचना दे दी गयी। पर जांच में इस तरह की किसी भी घटना नहीं पायी गयी। हुआ यूं कि एनसीसी कैडेट्स की ट्रेनिंग के दौरान विमान विश्वसुंदरी पुल की ओर बढ़ गया। गंगा में काफी नीचे से उड़ान भरते देख क्षेत्रीय लोगों ने विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना क्00 नंबर पर दे दी। इस पर पुलिस भी एक्टिव हो गई। बाद में बीएचयू में संपर्क करने पर विमान के सकुशल होने की जानकारी मिली तब जाकर सबने राहत की सांस ली।

Posted By: Inextlive