शहर में जगह-जगह लगे हैं बैंकों में करेंसी क्राइसिस के पोस्टर पोस्टर में लिखा है सभी बैंक कर रहे करेंसी की ब्लैक मार्केटिंग 1 2 और 5 के नोट पहले से ही मार्केट से गायब


वाराणसी (ब्यूरो)1, 2 और 5 के नोटों की करेंसी पहले ही मार्केट से गायब हो चुकी है। अब 10, 20 और 50 की करेंसी की भी बैंकों में लाले पड़ गए हैं। हालात यह है कि बैंकों में जरूरत पडऩे पर 10, 20 और 50 के नोट नहीं मिल रहे। करेंसी न मिलने से लोगों ने बैंक की शाखा के बाहर बैंकों में नोटों की ब्लैक मार्केंिटंग का पोस्टर चस्पा कर दिया है। हर कोई पोस्टर देखकर हैरान है। फिलहाल इस पोस्टर ने बैंकों में हड़कंप मचा दिया है। हालांकि बैंकों के इसके बारे में अनभिज्ञता जता रहे हैं। उनका कहना है कि करेंसी कम आ रहे हैं। इसलिए दिक्कत हो रही है.

पोस्टर में 12 बैंकों के नाम

विशेश्वरगंज स्थित इंडियन बैंक की शाखा के ठीक सामने दीवार पर चस्पा किए गए पोस्टर राष्ट्रीयकृत 12 बैंकों के नाम भी लिखे हंै। इनमे सबसे पहले पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, देना बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, सेंट्रल बैंक, यूनियन बैंक, विजया बैंक, आंध्रा बैंक समेत कई बैंक के नाम शामिल है। पोस्टर किसने चस्पा किया है किसी भी बैंक के अधिकारी को नहीं पता।

आरबीआई से कम आ रही करेंसी

10, 20 और 50 के नोटों की करेंसी के बारे में बैंकों के अधिकारियों से बात की गयी तो उनका कहना है कि छोटे नोटों की करेंसी की शॉर्टेज चल रही है। आरबीआई की तरफ से ही कम आ रही है। डिमांड के सापेक्ष काफी करेंसी भेजा रहा है। क्यों ऐसा किया जा रहा है इसके बारे में जानकारी नहीं। इसके पीछे बैंकों के आफिसर आशंका यह जता रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग अब छोटा से लेकर बड़ा पेमेंट ऑनलाइन कर रहे हैं।

लगन में बढ़ गई डिमांड

एलडीएम प्रभात सिन्हा का कहना है कि अब तो लगन शुरू होता नहीं है कि लोग 10 और 20 की करेंसी लेने के लिए दो महीना पहले से ही बैंकों का चक्कर लगाना शुरू कर देते हैं। कई ऐसे लोग भी आते हैं जोकि पहले से ही बल्क में करेंसी रख लेते हैं। इसके बाद जिनको जरूरत पड़ती है उनको नहीं मिलता। 50 की करेंसी तो गाहे-बगाहे मिल जाता है लेकिन 10 और 20 के नोट की करेंसी अधिकतर बैंकों में शॉर्टेज हो गयी है। जरूरत पर बैंक के अधिकारियों को भी नहीं मिलता.

पुराने 10 के नोट को गिनने से परहेज

यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष आरबी चौबे का कहना है कि अधिकतर बैंकों के स्टाफ पुराने दस के नोट को गिनने से परहेज करते हैं। यही वजह है कि पुराने दस के नोटों की गड्डियां लेने से मना कर देते हैं कि गिनेगा कौन। इसके चलते कस्टमर्स को परेशान होना पड़ता है। कई बैंकों में पुराने नोटों को गिनने के लिए मशीन भी नहीं है.

1, 2 और 5 के नोट गायब

मार्केट के चलन से 1, 2 और 5 के नोट पहले ही गायब हो चुके हैं। एक रुपए के नोट की जरूरत पडऩे पर देखने को नहीं मिलता है। यहां तक कि बैकों के पास भी नहीं है। अब 10 और 20 के नोटों की करेंसी की शॉर्टेज होने से हर कोई परेशान है। 10 और 20 के नोटों की करेंसी बल्क में लोग अपने पास डंप कर रहे हैं। जरूरत पडऩे पर खुद इस्तेमाल कर रहे हैं.

आरबीआई की तरफ से 10, 20 और 50 के नोटों की करेंसी कम आ रही है। इसके चलते शॉर्टेज बनी हुई है। रही बात पोस्टर किसने चस्पा किया है तो यह पता किया जाएगा.

प्रभात सिन्हा, एलडीएम

पोस्टर के बारे में जानकारी नहीं है। रही बात 10, 20 के नोट की तो समय-समय पर बैंकों में आ रहा है.

धीरज कुमार, डीजीएम, एसबीआई

बैंक अब पुराने दस की गड्डियों को गिनने से परहेज करते हैं। दस, बीस और 50 के नोट की दिन पर दिन डिमांड बढ़ रही है। इसके चलते किल्लत है.

आरबी चौबे, अध्यक्ष, यूपी बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन

Posted By: Inextlive