-हादसे का शिकार होने से बचा अहमदाबाद से पटना जा रहा यात्री विमान

-छह हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान के दौरान विमान के पंखे में आ गयी खराबी

-बाबतपुर हवाई अड्डे पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग

अहमदाबाद से विमान 82 यात्रियों को लेकर पटना जा रहे स्पाइसजेट एयरलाइंस के विमान में सोमवार को उस समय तकनीकी खराबी आ गई जब विमान पटना एयरपोर्ट पर उतरने वाला था। तकनीकी खराबी की जानकारी मिलते ही पायलट ने एटीसी से संपर्क किया उसके बाद विमान को डायवर्ट करके वाराणसी एयरपोर्ट पर उतारा गया। वाराणसी में पैसेंजर्स को विमान से उतारने के बाद एयरलाइंस के तकनीकी विशेषज्ञों ने आठ घंटे मेहनत कर विमान को ठीक किया गया।

विमान के फ्लैप में आयी गड़बड़ी

स्पाइसजेट एयरलाइंस का बोइंग 747 विमान एसजी 8719 सोमवार को सुबह 5.40 बजे अहमदाबाद से पटना के लिए उड़ान भरा था। ऑफिसर्स के मुताबिक विमान 7.22 बजे पटना हवाई एरिया में पहुंच गया था और उतरने वाला था लेकिन उसी समय विमान में के फ्लैप (पंखों का हिस्सा) में तकनीकी खराबी आ गई। खराबी की जानकारी होने पर पायलट ने तत्काल एटीसी से संपर्क कर समस्या बतायी। उसके बाद हवा में एक चक्कर लगाया फिर 7.30 बजे विमान को वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया। सुबह आठ बजे वाराणसी एयरपोर्ट पर विमान की सुरक्षित लैंडिंग हुई, उसके बाद यात्रियों को विमान से बाहर निकाला गया। तब जाकर पैस

पैसेंजर्स ने किया हंगामा

वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचे यात्रियों को एयरलाइंस प्रबंधन द्वारा विमान जाने का निश्चित समय न बताए जाने और खाने पानी की व्यवस्था न करने के चलते यात्रियों ने हंगामा भी किया हालांकि बाद में यात्रियों को समझाते हुए उन्हें खाने-पीने का प्रबंध किया गया जिसपर यात्री शांत हुए। एयरलाइंस द्वारा पहले संभावना जताई गई कि विमान ठीक होने के बाद 9 बजे वाराणसी से पटना चला जाएगा लेकिन विमान ठीक न होने चलते वह पटना नहीं जा सका। बाद में 57 यात्रियों को वाराणसी से पटना जाने वाले एटीआर (छोटे) विमान से भेजा गया जबकि बचे हुए 25 यात्रियों को विमान ठीक हो जाने के बाद शाम 4.30 बजे भेजा गया। दोपहर में वाराणसी एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ सूचना जारी कर बताया गया कि विमान के फ्लैप में समस्या आ जाने के चलते उसे वाराणसी डायवर्ट किया गया था।

लैंडिंग व टेकऑफ में फ्लैप महत्वपूर्ण

एक्सपर्ट के मुताबिक फ्लैप विमान के पंखों का एक हिस्सा होता है जिसका इस्तेमाल विमानों के लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान किया जाता है। यह विमानों के गति को अवरोधित करता है। फ्लैप के काम न करने की स्थिति में विमान को उतारना काफी मुश्किल हो जाता है। देश इसके पहले ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें फ्लैप काम न करने के चलते विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग करायी गयी थी।

रनवे था छोटा

पटना एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2072 मीटर है, ऐसे में फ्लैप में खराबी आने के कारण वहां विमान उतारना मुश्किल था। विमान का फ्लैप काम न करने के चलते विमान उतरने पर रफ्तार को तत्काल कंट्रोल में नहीं किया जा सकता था। वहीं वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2745 मीटर है जिसके चलते यहां विमान को उतारने में समस्या नहीं हो सकती थी। यही कारण था कि विमान को पटना एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद भी वाराणसी एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट करना पड़ा।

Posted By: Inextlive