बिजली विभाग का दावा- शहर में 50 प्रतिशत से ज्यादा हैं मीटर टैंपर हैकर जलकल विभाग ने 239 केवी का लिया लोड 463.59 केवी कर रहा कंज्यूम भीषण गर्मी में लगातार हो रही अघोषित कटौती के बने प्रमुख कारण

वाराणसी (ब्यूरो)शहरभर में भीषण गर्मी के बीच दिन-रात लगातार अघोषित कटौती जारी है। इनका दो प्रमुख कारण हैैं। पहला- मीटर टैंपर हैकर और दूसरा- जलकल विभाग। दरअसल, मीटर टैैंपर हैकर अंधाधुंध बिजली चोरी कर रहे हैैं। दरअसल, एक हैकर पांच उपभोक्ताओं की हिस्से की बिजली खींचता है। वहीं शहर की सबसे जिम्मेदार संस्था जलकल विभाग जमकर बिजली का दोहन कर रही है। जलकल लोड से इतना ज्यादा बिजली कंज्यूम कर रहा है, जिससे आम उपभोक्ता के एक लाख घरों को बिजली सप्लाई की जा सकती है। इन वजहों से लगातार ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैैं.

जलकल नहीं बढ़वा रहा लोड

शहर को पेयजल की सप्लाई का बीड़ा उठाने वाला जलकल विभाग जमकर बिजली का दोहन कर रहा है। इस कारण उस एरिया में जबरदस्त बिजली कटौती करनी पड़ रही है। दरअसल, जलकल ने 239 केवी का लोड लिया है, जबकि 463.59 केवी कंज्यूम कर रहा है। यही नहीं वह अपना लोड भी बिजली विभाग से बढ़वा नहीं रहा है। इससे ट्रांसफार्मर के हीट होने की वजह से उसके अंदर का तेल हीट हो जाता है। तेल हीट होने के कारण उसका रिसाव होने लगता है और ट्रांसफार्मर शार्ट होकर फुंक जाता है। इस कारण आम उपभोक्ता को बिजली कट का प्रकोप झेलना पड़ता है.

एनालिटिकल सर्वे में दावा

बिजली विभाग के अधिकारियों ने अपने एनालिटकल सर्वे में दावा किया है कि शहर में 50 फीसदी से ज्यादा मीटर टैंपर हैकर हैैं, जोकि परेशानी का सबब हो गए हैं। चोरों को पकडऩे के लिए हमारी टीम लगातार वर्क करती है, लेकिन कुछ कर्मचारियों से मिलीभगत के कारण ये विजिलेंस के पहुंचने से पहले ही अलर्ट हो जाते हैं। मीटर टैम्पर हैकर अपने घरों के अंदर मीटर को खोल कर लगा लिए हैं, वहीं जिनके घरों के बाहर मीटर लगे हैं वो भी हैकिंग कर रहे हंै। ये हैकर मीटर के पास से वायर को काटक र अलग से अपने घरों में बिजली सप्लाई करते हैं, जिससे ट्रांसफार्मर पर एक्स्ट्रा लोड हो जाता है.

700 मेगावाट बिजली की डिमांड

मीटक टैंपर हैकर एवं जलकल द्वारा जारी घोर अनियमितता के कारण इस समय शहर में 700 मेगावाट के पार बिजली की डिमांड हो गई है। इतनी भारी डिमांड को देखते हुए बिजली विभाग के सारे अधिकारी हलकान हैं। उनका कहना है कि इस साल मई में इतनी ज्यादा डिमांड हो गई है, जबकि ऐसी स्थिति अगस्त में होती है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले महीनों में अगर चोरी इस कदर जारी रही तो डिमांड 800 मेगावाट को क्रास कर जाएगी.

जलकल की अघोषित सूची

नाम व पता-सेक्शन लोड-यूज लोड

ईई जलसंस्थान मछोदरी-38 केवी-72.72 केवी

जल संस्थान पन्नालाल पार्क-48 केवी-78.6 केवी

जलकल लालपुर-43 केवी-68.18 केवी

जलकल पांडेयपुर-25केवी-45.08 केवी

जलकल मवैया-25 केवी-57.44 केवी

पेयजल अशोक विहार-21 केवी-72.7 केवी

जलकल श्रीनगर कालोनी-50 केवी-81.16 केवी

जलकल कोटवान-27 केवी-60.36 केवी

मीटर टैैंपर हैकर की सूची

लोड-चोरी फीसदी में

1 केवी-20 प्रतिशत

2 केवी-27 प्रतिशत

4 केवी-39 प्रतिशत

6 केवी-34 प्रतिशत

जलकल विभाग अपना लोड नार्मल करवाए। टाइमली जितनी बिजली का उपयोग कर रहे हैं, उतना भुगतान करें। इससे हमारे ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने से बच सकते हैैं.

-दीपक अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता, मंडल द्वितीय

हमने जितना सेक्शन लोड लिया है उसी के आधार पर यूज कर रहे हैं। पिछले साल हमने इलेक्ट्रिक इफीसिएंट पंप लगवा लिया है, जिसकी वजह से बिजली सेव भी कर रहे हैं। अगर उन्हें लग रहा है तो संयुक्त टीम बनाकर चेक करा लें.

-रघुवेन्द्र कुमार, महाप्रबंधक, जलकल विभाग

Posted By: Inextlive