ताकि न हो कुपोषण, हर बच्चे को लगेगा इंजेक्शन
-नवजात से 14 वर्ष तक के किशोरों को चार गंभीर बीमारियों से बचाव को लेकर स्वास्थ्य महकमा हुए सचेत
-स्कूल्स में चिन्हित किए जाएंगे मासूम, कुपोषित बच्चों पर होगा विशेष ध्यान, अभियान चलाकर कराएंगे चेकअप समय रहते यदि नवजात की अच्छी तरह देखभाल की जाए तो फिर अभिभावकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। अच्छी बात यह है कि अब स्वास्थ्य विभाग नवजात से लेकर 14 वर्ष तक के किशोर को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए टीका लगाएगा। इसके लिए विभाग बेसिक स्कूल्स को भी अपने साथ जोड़ रहा है। बच्चों में अधिकतर होने वाली डिफिसिएंसी, डिजीज, डेवलपमेंट डिले और बर्थ इफेक्ट को प्रमुख बिंदु मानकर स्वास्थ्य विभाग उन्हें टीका लगाएगा। स्कूल्स में यदि कुपोषित बच्चे मिलते हैं तो उनका चेकअप नजदीकी सीएचसी-पीएचसी के अलावा पं। दीनदयाल उपाध्याय डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कराया जाएगा। कैंपेन चलाकर करेंगे अवेयरवैसे तो समय-समय पर स्कूल्स में बच्चों का हेल्थ चेकअप होता रहता है लेकिन इस बार स्वास्थ्य विभाग खुद अपनी ओर से यह अभियान चलाएगा। डिस्ट्रिक्ट भर में ब्लाकवार अभियान चलाकर बच्चों को रोगमुक्त बनाने के लिए टीकाकरण कराया जाएगा। साथ ही प्राथमिक के अलावा उच्च प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में भी बच्चों को निरोग रहने के लिए जागरूक किया जाएगा।
हाइलाइटर्स -डिफिसिएंसी, डिजीज, डेवलपमेंट डिले और बर्थ इफेक्ट का होगा उपचार-रेड, येलो व ग्रीन तीन कैटेगरी में रखे जाएंगे बच्चे
-ढाई किलो से कम वजन के बच्चों को रखा जाएगा एसएनसीयू, सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट में -कुपोषित बच्चों के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पं। दीनदयाल में पोषण पुनर्वास केंद्र -पोषण पुनर्वास केंद्र में फ्री है दवा, दूध, खाना नवजात बच्चों से लेकर 14 वर्ष के किशोरों को रोग मुक्त रखने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसमें स्कूल्स को भी साथ जोड़कर अधिक से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। डॉ। वीबी सिंह, सीएमओ एक नजर 1,013 प्राथमिक स्कूल है डिस्ट्रिक्ट में 353 उच्च प्राथमिक स्कूल है डिस्ट्रिक्ट में 75 अनुदानित जूनियर हाईस्कूल 110 डीआईओएस के अधीन विद्यालय 20 मदरसों के बच्चे 1,14,147 हैं छात्राएं 1,12,908 हैं छात्र