दो सप्ताह से बीएचयू के कार्डियोलॉजी विभाग का कैथ लैब बंद नहीं हो रहा ऑपरेशन नए कैथ लैब पर अधिकारियों ने लटका रखा है तीन महीने से ताला

वाराणसी (ब्यूरो)यह बीएचयू का हाल है। अस्पताल प्रबंधन और कार्डियोलॉजी विभाग में टकराव का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल, अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी बिल्डिंग का निर्माण कराया गया, जिसमें कार्डियोलॉजी विभाग के लिए भी कुछ बेड और नई कैथ लैब आवंटित हुई है, लेकिन दुर्भाग्य है कि इस पर ताला लगा हुआ है। वहीं पुराने कैथ लैब के दो हफ्तों से खराब होने के कारण लगभग 200 मरीजों का ऑपरेशन पेंडिंग पड़ा है। जानकारी के मुताबिक 2011 में कार्डियोलॉजी विभाग में सप्ताह में महज तीन दिन ओपीडी होती थी, लेकिन अब पूरे 6 दिन ओपीडी हो रही है। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने नए कैथ लैब को बंद कर रखा है। मरीज ऑपरेशन कराने के लिए आते तो हैं लेकिन उन्हें मना कर दिया जाता है, जिससे वह वापस हो जाते हैं.

एक दिन में होता था 10 से 15 ऑपरेशन

कार्डियो विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस बारे में कई बार एमएस और बीएचयू प्रबंधन को पत्र लिखा गया है लेकिन कोई माकूल जवाब नहीं मिला है। 24 मार्च को नई कैथ लैब का उद्घाटन किया गया था, लेकिन अभी तक हैंडओवर नहीं किया गया। वहीं, पुराने कैथ लैब में 10 से 15 आपरेशन होते थे, लेकिन खराब होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है.

एमएस पर लगाए गंभीर आरोप

बीएचयू सर सुंदर लाल अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर कार्डियों के एचओडी डॉ। ओमशंकर ने अपने डिपार्टमेंट के संबंध में अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक केके गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधीक्षक यह बिल्डिंग छोड़कर मल्टी स्पेशियलिटी बिल्डिंग में जाने को कह रहे हैं, जबकि वहां सिर्फ 24 बेड है। वर्तमान में जहां मैं हूं वहां अभी 30 बेड है। मरीजों को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन को मुझे अधिक बेड देने चाहिए थे, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक तरह का आपराधिक कृत्य किया जा रहा है, क्योंकि कैथ लैब बंद होने से कितने मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है और वो असमय मौत के गाल में समा जा रहे हैं। इस संबंध में मेडिकल सुपरिंटेंडेंट केके गुप्ता से संपर्क किया गया तो फोन रिसीव नहीं किया.

ये हैैं आंकड़े

- 6 दिनों तक चलता कार्डियो का ओपीडी

- प्रतिदिन देखे जाते हैं 300 मरीज

- प्रतिदिन 15 से 20 मरीजों का होता था ऑपरेशन

- 200 मरीजों का ऑपरेशन अब भी पेडिंग

- तीन महीने से बंद पड़ा है नया कैथ लैब्

- दो सप्ताह से खराब है पुराना कैथ लैब

मेरी मां को पिछले कई महीनों से हृदय में दर्द हो रहा है। डॉक्टर ने मुझे पर्ची पर दवा लिखा है। डॉक्टर ने कहा कि मशीन खराब होने के कारण अभी ऑपरेशन नहीं होगा। वहीं मिर्जापुरा से अपनी मां को लाने और ले जाने में काफी मुश्किलें आ रही है, लेकिन क्या कर सकते हैं.

राय त्रिपाठी, मिर्जापुर

मेरे सीने में पिछले कई दिनों से दर्द है। डॉक्टर साहब ने दवा दिया है तो कुछ आराम है, लेकिन मशीन खराब होने के कारण हमारा ऑपरेशन नहीं होने की बात कही गई है। अब देखते हैं कब तक हमारा ऑपरेशन हो पाता है। आने-जाने में भी काफी परेशानी होती है.

विद्या, मिर्जापुर

हम इतने दूर से आते हैं, लेकिन इलाज के अभाव में लौट रहे हैं। मेरा पिछले 18 महीनों से दवा चल रहा है, लेकिन अब ऑपरेशन कराना बहुत जरूरी हो गया है। अभी बताया गया है कि मशीन खराब होने के कारण ऑपरेशन नहीं किया जाएगा। एक सप्ताह बाद ही कुछ बता सकेंगे.

नवीन कुमार, औराई

मरीजों को सुविधा देने के लिए बीएचयू में कैथ लैब सुपर स्पेशलिस्ट बनाया गया था, लेकिन अधिकारियों की मनमानी की वजह से हमें हैंडओवर नहीं किया जा रहा है। इस कारण लगभग 200 मरीजों का ऑपरेशन रुका है। वहीं, पुराना कैथ लैब पिछले दो सप्ताह से खराब पड़ा है.

डॉओमशंकर, एचओडी, कॉर्डियोलाजी विभाग

Posted By: Inextlive