- हरिद्वार बाईपास का काम दो साल से नहीं हो पा रहा शुरू

- डिपार्टमेंट का दावा, एलओए हो चुका है जारी, जल्द होगा काम

देहरादून

हरिद्वार बाईपास रोड का करीब 4 किमी हिस्से को चौड़ा करने के लिए पीडब्ल्यूडी एनएच को एक अदद कॉन्ट्रेक्टर नहीं मिल पा रहा है। आईएसबीटी से अजबपुर आरबीओ तक रोड का यह हिस्सा रोड के दोनों तरफ बेहद खतरनाक बना हुआ है। थोड़ी सी असावधानी यहां बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। पीडब्ल्यूडी एचएन का दावा है रोड का काम पूरा करने के लिए लेटर ऑफ एक्सेपटेशन (एलओए) जारी हो चुका है। जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा।

दो साल पहले रुका था काम

हरिद्वार रोड को आईएसबीटी से हरिद्वार तक चौड़ा करने के काम कुछ साल पहले शुरू हुआ था। इस प्रोजेक्ट के तहत अब तक चार फ्लाई ओवर बन चुके हैं और ज्यादातर जगहों पर ये हाईवे फोरलेन बनाया जा चुका है। लेकिन, आईएसबीटी से लेकर अजबपुर तक के हिस्से का काम काम करीब दो वर्ष पहले शुरू हो जाने के तुरंत बाद रुक गया था। बताया जाता है कि कॉन्ट्रेक्टर ने काम बीच में ही छोड़ दिया था।

दो साल से कॉन्ट्रेक्टर की तलाश

कॉन्ट्रेक्टर के काम छोड़ देने के कुछ दिन बाद से पीडब्ल्यूडी एनएच की ओर से दूसरे कॉन्ट्रेक्टर की तलाश शुरू कर दी गई थी। बार-बार दावा किया जाना रहा है कि टेंडर प्रोसेस शुरू हो गया है। लेकिन, अब तक टेंडर नहीं हो पाये हैं। अब डिपार्टमेंट के अधिकारी लेटर ऑफ एक्सेप्टेशन जारी हो जाने का दावा कर रहा है।

एक्सीडेंट का न्योता

आईएसबीटी से अजबपुर तक इस रोड पर दोनों ओर खाली जगह है। इस खाली जमीन का लेवल कई जगह रोड ने काफी नीचे है। जिससे एक्सीडेंट का खतरा बना हुआ है। रोड पर अक्सर जाम लगा रहता है। ऐसे में कार और दोपहिया वाले अक्सर इस कच्चे हिस्से में उतर जाते हैं, इससे एक्सीडेंट की संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है।

बरसात में बढ़ा खतरा

हाल में हुई बारिश के बाद रोड के दोनों ओर या तो पानी भरा हुआ है या फिर कीचड़ जमा है। इससे इस कच्चे हिस्से में चलना और भी मुश्किल हो गया है। रोड में लगातार कैपेसिटी से ज्यादा प्रेशर होने से छोटे व्हीकल्स वालों में कच्चे में उतरना पड़ता है। इससे यहां स्थितियां काफी खतरनाक बनी हुई हैं।

कहीं ट्रक खड़े, कहीं कूड़े के ढेर

रोड के दोनों तरफ के खाली हिस्सों में सिर्फ पानी और कीचड़ ही नहीं है, बल्कि कई जगहों पर कूड़े के ढेर में लगे हुए हैं, जिनसे लगातार बदबू आती है। इसके अलावा बिंदाल आईएसबीटी से बिंदाल तक सैकड़ों की संख्या में ट्रक और डंपर भी सड़क के दोनों तरफ पार्क कर दिये जाते हैं। ये व्हीकल्स भी यहां बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।

स्ट्रीट लाइट नहीं

रात के समय हरिद्वार बाईपास के इस हिस्से से गुजरना और भी खतरनाक हो जाता है। पूरी रोड पर कारगी चौक के अलावा कहीं भी स्ट्रीट लाइट है। अंधेरे में थोड़ी सी भी असावधानी से व्हीकल रोड से उतरकर खड्डे में गिरने की पूरी संभावना बनी रहती है। खासकर टूव्हीलर्स को रात के समय काफी परेशानी उठानी पड़ती है।

खोद कर ठीक से नहीं बनी रोड

पिछले दिनों हरिद्वार बाई पास के एक तरफ वाले हिस्से को सीवर लाइन और गैस पाइप लाइन के लिए खोद दिया गया था। बाद में काम तो पूरे हो गये, गढ्डों को ठीक से नहीं भरा गया। अब पानी और कीचड़ भर जाने से ये गड्ढे जानलेवा हो गये हैं। कारगी चौक पर रोड बीचोबीच खोदी गई थी। पिछले दिनों इस हिस्से की रिपेयरिंग हुई, लेकिन बारिश के कारण यहां रोड धंस गई है।

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हरिद्वार बाईपास के छूट गये हिस्से का फोरलेन बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। अब इसके लिए लेटर ऑफ एक्सेप्टेशन जारी कर दिया गया है। एक या डेढ़ महीने के भीतर रोड को फोरलेन बनाने का काम शुरू हो जाएगा।

ओपी सिंह, ईई

पीडब्ल्यूडी, एनएच

Posted By: Inextlive