DEHRADUN : जहाजों की रफ्तार धीमी पड़ते ही आपदा प्रभावित परिजनों की उम्मीदें टूटने लगी है. कुछ हद तक वे मन चुके हैं कि जिनके इंतजार में वे पिछले कई दिनों से दून में डेरा जमाएं हुए हैं वे अब इस दुनिया में नहीं हैं. लेकिन फिर भी वे अपने मन को समझा नहीं पा रहे है और हर जगह अपनों की तस्वीर के साथ फोन नंबर लिखा पोस्टर चस्पा कर रहे है. ताकि किसी को भी उनके परिजनों के बारे में जानकारी मिले तो वह उनसे संपर्क साध सके.


केदारघाटी में कई लोग लापता
केदारघाटी में जल प्रलय आने के पूरे ग्यारह दिन बीत चुके हैं। वायु सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर हजारों लोगों को वहां से सकुशल निकालकर दून तक पहुंचा दिया है, लेकिन फिर भी कुछ लोग लापता है जिनका नाम मृतकों की सूचि में भी शामिल नहीं है। ऐसे में उनके पकेदारघाटी में लापता लोगों के परिजन सरकारी वेबसाइट के साथ तमाम हेल्प लाइन नंबर पर कॉल कर चुके है। लेकिन कहीं से भी इन्हें अपनों के बारे में जानकारी नहीं मिली। अब सेना ने भी केदारघाटी की तरफ मूवमेंट कम कर दिया है। ऐसे में ये लोग कुछ हद तक मान चुके है कि उनके प्रियजनों की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके वे पुलिस लाइन, जौलीग्र्रांट, सहसस्रधारा, दून हॉस्पिटल, हिमालय हॉस्पिटल के साथ अन्य स्थानों पर परिजन फोटो व मोबाइल नंबर लिखे पोस्टर चस्पा कर रहे हैं। ताकि यदि किसी लोगों ने उनके परिजनों को कहीं पर देखा हो तो वह उनको सूचना दे सके।

Posted By: Inextlive