वन स्टॉप सेंटर से घरेलु हिंसा पर लगेगा स्टॉप
घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं की सहायता को नया सेंटर
-केंद्र की योजना राजधानी में चढ़ेगी परवान -आईआईटी परिसर में होगा सेंटर का निर्माण amit.raturi@inext.co.in DEHRADUN: अब घरेलू हिंसा व उत्पीड़न से पीडि़त महिलाओं को दर दर की ठोकर नहीं खानी पड़ेगी। उन्हें परामर्श मिलने के साथ ही कानूनी मदद और रहन सहन जैसी सुविधाएं भी मिल पाएगी। केंद्र की 'वन स्टॉप' सेंटर खोलने की कवायद राजधानी में भी शुरू हो गई है। बाकायदा सेंटर शहर के आईआईटी परिसर में बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पीडि़त महिलाओं को मिलेगी मददघरेलू हिंसा हो या फिर हर प्रकार के महिला उत्पीड़न, अब महिलाओं को त्वरित सहायता मिलेगी। अभी तक होता यह आया है कि पीडि़त महिलाओं को कोर्ट, थाना और महिला आयोग में असंख्य मामले दर्ज होने के कारण इंसाफ के लिए काफी इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। केंद्र की इस योजना से पीडि़त महिलाओं के लिए त्वरित सहायता मिलेगी। इसी कड़ी में देहरादून के आईआईटी परिसर में जिले का पहला वन स्टॉप सेंटर खोला जाएगा।
मिलेगी कानूनी सहायतावन स्टॉप सेंटर में सेंटर एडमिनिस्ट्रेट,केस वर्कर, पैरामेडिकल पर्सनल, पैरा लीगल पर्सनल, कानूनी सहायता वकील, काउंसलर आदि की तैनाती होगी। जिनकी सेवाएं घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं की सहायता करने में ली जाएगी।
कैसे काम करेगा सेंटर घरेलू हिंसा, दुष्कर्म पीडि़त महिलाओं के लिए एक ही छत के नीचे उनकी काउंसलिंग, रिपोर्ट दर्ज, कानूनी सलाह से लेकर अधिवक्ताओं की सलाह एवं उनकी सेवा देने का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा पीडि़त महिलाओं को लीगल एडवाइज भी सेंटर में प्रदान की जाएगी। गरीब महिलाओं की रहने-खाने की मदद वन स्टॉप सेंटर में ऐसी गरीब महिलाएं जिन्हें घर से निकाल दिया गया हो। जिनके पास रहने को छत नहीं और खाने को रोटी नहीं उनके लिए सेंटर में कानूनी मदद से लेकर रहने खाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे लाचार और पीडि़त निर्धन महिलाओं को भी इंसाफ मिलेगा। इस साल आए है फ्क्ब् मामले दून में महिला हिंसा की बात की जाए तो जनवरी ख्0क्7 से अब तक शहर के अलग-अलग थानों में घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों में शतक पहले ही लग चुका है। जिनमें फ्क्ब् लोग नामजद भी किए जा चुके हैं।वन स्टॉप सेंटर के निर्माण के लिए जल्द से जल्द कार्य शुरू कर दिया जाएगा। केंद्र से बजट मिलने का इंतजार बाकी है। लेकिन सेंटर के लिए आईआईटी परिसर में निर्माण किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
एसए मुरुगेशन, डीएम, देहरादून।