ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला ट्विटर टूल बनाया है. साइंटिस्‍ट्स ने इस टूल का नाम वी फील रखा है. आइए जानतें हैं कि कैसे काम करता है यह टूल...


रियल टाइम में बताएगा फीलिंग्सइस टूल को यूज करके ट्विटर यूजर्स के माइंडसेट को स्टडी किया जा सकता है. रिसर्च प्रोफेशनल्स के मुताबिक इस टूल से वर्ल्ड लेवल पर लोगों की थॉट प्रोसेसिंग को समझने का मौका मिलेगा. ऑस्ट्रेलियन साइंटिस्टों ने बनाया वी फील टूलइस टूल को ऑस्ट्रेलिया के साइंटिस्टों की एक टीम ने बनाया था. इससे ट्वीट करने वालों की सोच का पता लगाया जा सकता है. इससे सोशल, इकॉनोमिक और इनवायरनमेंटल फेक्टर्स में आए बदलावों के कारण आम जनमानस की सोच में आए बदलाव को स्टडी किया जा सकेगा. इस टूल को ब्लैक डॉग इंस्टीट्यूट और द कॉमनवेल्थ साइंसटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च आर्गेनाइजेशन (सीएसआइआरओ) के शोधकर्ताओं ने बनाया है ट्वीट्स का होता है एनालिसिस


यह टूल लाखों ट्वीट्स के शब्दों का एनालिसिस करके रियल टाइम में लोगों की फीलिंग्स को बताता है। ब्लैक डॉग इंस्टीट्यूट की प्रोफेसर हेलेन क्रिसटेनसेन ने कहा कि इस इनफार्मेशन की लाइटली नही लिया जा सकता है. इससे लोगों की मानसिक प्रॉब्लम्स को स्टडी करके उनको ट्रीट किया जा सकेगा. अभी मानसिक स्वास्थ्य शोधकर्ता और सहायक जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों के लोग जनसंख्या के आंकड़ों का इस्तेमाल करते हैं, जो पांच साल पुराने भी हो सकते हैं. लेकिन इस टूल का इस्तेमाल कर रियल टाइम के आंकड़ों को हासिल किया जा सकता है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra