मोदी सरकार ने अमेरिकी दवाब के बाबजूद WTO समझौते पर दस्‍तखत नही करके अमेरिका को उनकी सरकार के गरीबों के प्रति कमिटमेंट के बारे में बता दिया है.

मोदी का हो रहा पुरजोर विरोध
वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन के व्यापार सरलीकरण समझौते की भारत की वजह से विफलता के लिए नरेंद्र मोदी का पुरजोर विरोध हो रहा है. दरअसल इस समझौते में भाग लेने से भारतीय किसानों की फसलों के बाजार भाव को तय करने में दिक्कत होने की संभावना थी.
सेक्रेटरी कैरी से मिले मोदी
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस मुलाकात में मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि विकासशील देशों के सामने गरीबी से निपटना एक बड़ी समस्या है. इसके साथ ही मोदी ने कहा कि वे भारत के छोटे किसानों के प्रति कमिटेड हैं. हालांकि उन्होंने माना कि यह समझौता भारत के लिए अच्छा है.
गरीबों के लिए प्रतिबद्ध
जॉन कैरी के साथ मीटिंग में मोदी ने कहा कि वे देश के गरीब नागरिक के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसके साथ ही मोदी ने कहा कि सिर्फ भारत ही नही विश्व में जहां भी गरीब लोग हैं उनकी जरूरतों को पहले पूरा किया जाना चाहिए. इसके साथ ही सभी विकसित देशों को विकासशील देशों की गरीबी से निपटने की जरूरतों को समझना चाहिए. इस मीटिंग में जॉन कैरी ने कहा कि समझौते पर हस्ताक्षर ना करने की वजह से दुनियाभर में भारत के खिलाफ मेसेज गया है. गौरतलब है कि भारत ने इस समझौते पर यह कहते हुए साइन नही किया है कि इस ट्रीटी की वजह से भारत की फूड सिक्योरिटी पर खतरा पैदा हो सकता है.

Hindi News from Business News Desk

 

Posted By: Prabha Punj Mishra