बात उन दिनों की है जब मैंने कोर्स खत्म करके जॉब करनी शुरू की थी. जॉब के सिलसिले में मुझे दूसरे शहर शिफ्ट करना पड़ा. ऑफिस में मैं अकेली Love is about sacrificeलडक़ी थी और न्यूकमर होने की वजह से अक्सर गलतियां हो जाती थी. इस वजह से कई बार डांट भी सुननी पड़ती थी. मैं बहुत अकेलापन महसूस कर रही थी. इसी दौरान मेरे ऑफिस में संदीप सर की न्यू ज्वॉइंनिंग हुई. वह काफी डायनेमिक और पोलाइट थे. वह कई मामलों में मुझे फेवर करते थे. मैं उन्हें पसंद करने लगी थी. एक दिन उन्होंने मुझे कुछ एसएमएस फॉरवर्ड किए. मैंने उनका रिप्लाई किया. इसके बाद अक्सर एसएमएस के थ्रू हमारी बातें होने लगी. मैं उनसे प्यार करने लगी थी लेकिन समझ में नहीं आ रहा था  अपनी बात कैसे कहूं? एक दिन मैं ऑफिस कैंटीन में चाय पी रही थी तभी संदीप सर वहां आए. वह मेरे सामने वाली सीट पर बैठ गए. थोड़ी देर इधर-उधर की बातें करने के बाद उन्होंने मुझे प्रपोज कर दिया. मैंने तुरंत उनका प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया. ऑफिस के बाद वह अक्सर मुझे हॉस्टल छोडऩे जाते थे और ढेर सारी बातें करते थे. उनका साथ मुझे बहुत अच्छा लगता था. इसी बीच कुछ दिनों की छुट्टी लेकर मुझे घर जाना पड़ा. घर से लौटकर आई तो ऑफिस में संदीप सर कुछ बदले-बदले लगे. वह

ज्यादा बात नहीं करते थे. एक ऑफिस कलीग से पता चला कि उनकी इंगेजमेंट होने वाली है. ये बात मेरे लिए बहुत शॉकिंग थी. ऑफिस में मैंने कई बार उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन वह मुझे इग्नोर कर रहे थे. मैं उनके मुंह से सुनना चाहती थी. एक दिन ऑफिस के बाहर मैंने उन्हें रोक लिया और उनसे इग्नोर करने की वजह पूछी. उन्होंने बहुत स्ट्रेट अंदाज में कहा कि कॉलेज के समय उनकी गर्लफ्रेंड थी जिसे वह बहुत प्यार करते थे. वह उनकी जिंदगी में दोबारा लौट आई है और दोनों बहुत जल्दी शादी करने वाले हैं. मैंने उनसे पूछा कि अगर आप उसे भूल नहीं पा रहे थे तो मुझे प्रपोज क्यों किया? उन्होंने मुझसे सॉरी कह दिया. मैं वापस घर आ गई और खूब रोई. फिर मुझे लगा कि प्यार में सबकुछ पाना ही थोड़े ही होता है. नॉर्मल होने में काफी समय लगा लेकिन अब लगता है कि वह जहां भी रहें खुश रहें.

Jazz

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