Dil Chahta Hai
The change: न्यू एज सिनेमा का पहला एग्जाम्पल
इंडियन फिल्मों का मॉडर्न हीरो बिना दिखावे और कुछ कुछ होता है के हीरो सी टाइट टी शर्ट पहने भी अर्बन दिख सकता है, ऑडियंस को दिल चाहता है से पहले इस का अहसास नहीं था. दिल चाहता है ने स्टोरी टेलिंग का पुराना तरीका रिडिफाइन कर दिया. फरहान अख्तर की सक्सेस ने सिनेमा को पुरानी दुकान की तरह चला रहे इंडस्ट्री के कुछ कैम्प में हलचल मचा दी.. इस फिल्म ने ना सिर्फ सैफ का करियर जिन्दा किया बल्कि कुछ कैम्प तक सिमटी सक्सेस का फॉर्मूला भी बदल दिया.
Rang De Basanti
The change: साबित किया कि यंगस्टर्स सिर्फ बेवजह के एक्शन और सेंसलेस कॉमेडी नहीं देखते.
लम्बे वक्त तक देशभक्ति की फिल्मों की स्क्रिप्ट का बेस एक ही रहा, हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच वॉर. यंगस्टर्स की जुबान बोलने वाली रंग दे बसंती ने न सिर्फ देशभक्ति बल्कि यंगस्टर्स को भी इंडियन सिनेमा के लिए रीडिफाइन कर दिया. अपनी दुनिया में मस्त रहने वाले यंगस्टर्स की सोच के इस पहलू का इससे बेहतर पोट्र्रेयल इंडियन सिनेमा में इससे पहले नहीं दिखा. रंग दे बसंती आज भी यंगस्टर्स की मस्ट वॉच लिस्ट में है.
A Wednesday
The change: नए डायरेक्टर की इस फिल्म ने मेन स्ट्रीम स्टार्स, बड़े बजट और यंगस्टर्स को अट्रैक्ट करने के लिए ‘फन स्क्रिप्ट’ के पीछे भाग रहे प्रोड्यूसर्स को दिखा दिया कि फिल्में कसी स्क्रिप्ट और डायरेक्शन से चलती हैं.
महज 28 दिन में मुम्बई के आस-पास शूट हुई अ वेड्नसडे के डायरेक्टर नीरज पाण्डे की ये डेब्यू फिल्म थी. फिल्म बनी सिर्फ साढ़े तीन करोड़ रुपए में. फिल्म के दोनों लीड कैरेक्टर के लिए उन्होंने जैसे ही नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर को अप्रोच किया, दोनों तैयार हो गए. बिना शोर-शराबे वाली पब्लिसिटी के फिल्म चुपचाप रिलीज हुई और वर्ड ऑफ माउथ और क्रिटिक्स की तारीफों ने इसे सुपरहिट बना दिया.
Dabangg
The change: पर्सनल इमेज भुनाने का फॉर्मूला.
अचानक फिल्मों की कमाई का नया पैरामीटर बन गया 100 करोड़ क्लब यहीं से शुरू होता है. एक्सपेरिमेंटल सिनेमा के दौर में ये ‘सलमान खान’ एक्सपेरिमेंट है. सलमान चुलबुल पाण्डे के बिना शर्ट एक्शन सीन, स्टिफ बॉडी, देसी अंदाज, देसी गाने और देसी गोरी... इन सबके बाद भी एलीट सिनेमा को झटका देते हुए दबंग एक वीक के अंदर 100 करोड़ से ऊपर कमा ले गई. यहां से शुरू हुआ बेसिरपैर की फिल्मों का ट्रेंड जिन्हें सिर्फ स्टार करिज्मा के सहारे बेचा जाता है. अजय देवगन की सिंहम, अक्षय कुमार का खिलाड़ी इफेक्ट दिखाती राउडी राठौर, जॉन अब्राहम की बॉडी का फुल यूज करने वाली फोर्स जैसी कितनी ही फिल्में दबंग के फॉर्मूले पर बनी हैं. वैसे ये स्टार फॉर्मूला सलमान खान के सिवा कोई चला सकता है, इस पर शक है.
Delhi Belly
USP: ट्वॉयलेट ह्यूमर का बैरियर तोडऩे और यूनीक म्यूजिक का ट्रेंड शुरू करने वाली फिल्म.
कॉमेडी को रीडिफाइन करने वाली फिल्मों में सबसे ऊपर आएगी डेल्ही बेली. फिल्मों में बैन सी मानी जाती ट्वॉयलेट ह्यूमर इस फिल्म में भरपूर यूज हुई, अभी तक बीप होने वाली गालियां भी खूब भुनाई गईं. रही सही कसर पूरी कर दी सांग के लिरिक्स ने. जोरदार कमाई करने वाली डेल्ही बेली के एक्सेप्टेंस ने कसी हुई स्क्रिप्ट वाली फिल्मों और एक नई तरह की ऑडियंस को पहचानने में बड़ा रोल प्ले किया है.
The Dirty Picture
The change: वुमन कैरेक्टर का सेंशुअल पोट्र्रेयल और बोल्डनेस से एक्सपेरिमेंट.
फिल्मों में सेंशुएलिटी और सेक्शुअली लिबरेटेड वुमन कैरेक्टर को दिखाने वाली डर्टी पिक्चर के बाद शायद हीरोइनों के रोल लिखते वक्त राइटर्स दिमागी बंदिशों से आजाद होंगे. डर्टी पिक्चर की सेक्सुअली लिबरेटेड हीरोइन से भी ज्यादा हैरान करने वाला था ऑडियंस का इस फिल्म को लेकर एक्सेप्टेंस. डर्टी पिक्चर की बोल्ड और बिंदास हीरोइन की झलक गैंग्स ऑफ वासेपुर के फायरब्रांड वुमन कैरेक्टर में भी दिखी है.
Gangs of Wasseypur
USP: रैडिकल सिनेमा
इसका जादू दूसरा पार्ट रिलीज होने के डेढ़ हफ्ते बाद भी कायम है. फिल्म में अधिकतर नाम नए हैं. परिवारों के बीच दुश्मनी के यूनिवर्सल अपील वाले टॉपिक पर बनी ...वासेपुर की खासियत है जोरदार परफॉर्मेंस, साधारण बजट (...वासेपुर के दोनों पार्ट करीब साढ़े 18 करोड़ रुपए में बने हैं), टाइट स्क्रिप्ट, रीयल बैकग्राउंड और रैडिकल म्यूजिक. क्रिटिक्स का मानना साफ है, गैंग्स ऑफ वासेपुर के बाद बॉलीवुड, वो पुराना बॉलीवुड नहीं रह जाएगा.