गोरखपुर (एएनआई) । PM Modi Gorakhpur Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर से जिन दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे उनमें गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस और जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) शामिल है। इस तरह से देश में सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों की संख्या बढ़कर 25 हो जाएगी। अपकमिंग नीली और सफेद गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस एक सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है। गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस बाबा गोरखनाथ की नगरी को भगवान राम की नगरी अयोध्या और नवाबों के शहर लखनऊ से जोड़ेगी। इसके साथ ही 15वीं सदी के रहस्यवादी कवि 'कबीर' के शहर, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर संत कबीर नगर जैसे पर्यटन स्थलों को बेहतर कनेक्टिविटी से लाभ होगा। राज्य की पहली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन के स्माल वर्जन में आठ कोच होंगे, जिनमें सात एयर कंडीशनिंग वाले और एक एक्जीक्यूटिव चेयर कार वाले होंगे।

जोधपुर-साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस

वहीं जोधपुर-साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस राजपूताना और महात्मा गांधी के शहर अहमदाबाद के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करेगी। यह ट्रेन पाली, आबू रोड, पालनपुर और मेहसाणा शहरों को जोड़ेगी। इससे ऐतिहासिक शहरों जोधपुर और अहमदाबाद के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को लाभ होगा। पश्चिम रेलवे (डब्ल्यूआर) की एक प्रेस रिलीज के अनुसार सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन अहमदाबाद (साबरमती) से शाम 4:45 बजे रवाना होगी और उसी दिन रात 10:55 बजे जोधपुर पहुंचेगी। ट्रेन जोधपुर से सुबह 05:55 बजे रवाना होगी और वापसी यात्रा के लिए उसी दिन दोपहर 12:05 बजे अहमदाबाद (साबरमती) पहुंचेगी।

'मेक-इन-इंडिया' पहल का प्रतीक

प्रधानमंत्री ने 15 फरवरी 2019 को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में निर्मित, ट्रेन सेट 'मेक-इन-इंडिया' पहल का प्रतीक है और भारत की इंजीनियरिंग कौशल को प्रदर्शित करता है। स्वदेशी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन सेट बनाने की परियोजना 2017 के मध्य में शुरू हुई और 18 महीने के भीतर, आईसीएफ चेन्नई ने ट्रेन -18 को पूरा किया। भारत की पहली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन की मेड-इन-इंडिया स्थिति पर जोर देने के लिए जनवरी 2019 में इसका नाम बदलकर वंदे भारत एक्सप्रेस कर दिया गया। ट्रेन ने कोटा-सवाई माधोपुर सेक्शन पर 180 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति हासिल की।

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