परीक्षा केंद्र के कई कमरों में ज्यादा तो कुछ में नाममात्र अभ्यर्थी ही हुए सफल

होलागढ़ व जौनपुर से उठाए गए तीन लोग, गैंग के चेन की अंतिम कड़ी तक पहुंचने की कोशिश में पुलिस

PRAYAGRAJ: परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक पद पर भर्ती करवाने वाले गैंग की हर चाल पर पुलिस की नजर है। रातों रात फर्श से अर्श पर पहुंचे स्कूल प्रबंधक की पोल खुलने के बाद तफ्तीश तेज हो गई है। अब तक की गई जांच में कई हैरतंगेज मामले प्रकाश में आए हैं। अब परीक्षा केंद्र के हर रूम में बैठाए गए अभ्यर्थियों की संख्या व उनके अंकों की पड़ताल की जायेगी, क्योंकि पुलिस की तफ्तीश में पता चला है कि कुछ कमरे के करीब 70 परसेंट अभ्यर्थी तो किसी में 30 परसेंट का भी चयन नहीं हुआ।

हिरासत में लिए गए तीन लोग

बच्चों की शिक्षा व भविष्य से जुड़े शिक्षक भर्ती में इतने बड़े पैमाने पर खेल करने वाले चेन की अंतिम कड़ी तक पहुंचने के प्रयास में पुलिस जुटी हुई है। बताते हैं कि इसी के तहत पुलिस द्वारा होलागढ़ से एक व जौनपुर से लोग उठाए गए हैं। हिरासत में लिए गए ये तीनों व्यक्ति अभ्यर्थी बताए जा रहे हैं। गैंग के गुर्गे जनपद सहित प्रतापगढ़, कौशाम्बी फतेहपुर सहित बहराइच, गोंडा, बस्ती, वाराणसी, मीरजापुर, रायबरेली, लखनऊ तक फैले हुए हैं। इन गुर्गो की तलाश में पुलिस गैर जनपदों में भी पहुंच चुकी है। पुलिस इस गुनाह की हर कड़ी तक पहुंच कर यह पता लगाने की कोशिश में है कि गैंग के चेन से कितने लोग जुड़े हैं।

तब पहले ही बेनकाब हो जाता गैंग

यदि अधिकारी परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के आरोप को गंभीरता से लेते तो इस मामले का खुलासा बहुत पहले हो चुका होता। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी पर्चा आउट होने की बात करते रहे हैं, मगर उनकी इन बातों को अधिकारियों ने कोई तवज्जो नहीं दिया। लोग कह रहे हैं कि यदि उस वक्त इन बातों पर गौर किया होता तो आज पुलिस को इतनी मेहनत न करनी पड़ी।

उठाए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। मालूम चला है कि सेंटर के कुछ कमरों में बैठे ज्यादा अभ्यर्थी सफल हुए तो कुछ में नाममात्र ही पास हुए। इस लिए रूमवार अभ्यर्थियों के अंक के मिलान की योजना है।

अशोक बेंकटके, एएसपी/सीओ सोरांव