-बीमार पैट्स को लेकर डेली आईवीआरआई पहुंच रहे लोग

- स्मॉग के असर से पैट्स को बचाने के लिए आईवीआरआई ने जारी की एडवाइजरी

बरेली : दिवाली के बाद से स्मॉग के चलते बरेलियंस का सांस लेना दूश्वार हो गया है तो वहीं पशु-पक्षियों के जीवन के लिए भी स्मॉग खतरा बन गया है। आईवीआरआई यानि इंडियन वेटरीनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट में दिवाली के बाद से डेली लोग अपने बीमार पैट्स को लेकर पहुंच रहे हैं। किसी के पैट की आखों से पानी बहने की शिकायत है तो कोई पैट ठीक से सांस नहीं ले पा रहा है और किसी को स्किन एलर्जी की प्रॉब्लम हो रही है। ऐसे में यहां के विशेषज्ञ लोगों को अपने पैट्स को स्मॉग से बचाने और ग्रीनरी वाली जगहों पर घुमाने की सलाह दे रहे हैं। वहीं दिवाली के चार दिन बाद थर्सडे को भी दिनभर शहर स्मॉग की आगोश में रहा। अगले 5-6 दिन तक स्मॉग का असर बना रहेगा।

तो जा सकती है पक्षियों की जान

सीआरआई के पूर्व डायरेक्टर पक्षी विशेषज्ञ जेएम कटारिया की मानें तो स्मॉग जितना इंसानों के लिए घातक उससे ज्यादा पक्षियों के लिए घातक है, क्योंकि पक्षी उड़ते समय सीधे स्मॉग के संपर्क में आते हैं। स्मॉग के दौरान उड़ाने भरते समय सांस के माध्यम से प्रदूषण पार्टिकल उनके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं जिससे उन्हें सांस और स्किन संबंधी रोग भी होने का खतरा है, जिससे उनकी जान भी जा सकती है।

नहीं भर पा रहे उड़ान

विशेषज्ञों की मानें तो दिवाली के बाद से स्मॉग की घनी चादर छाई हुई है, जिसके कारण विजीबिलिटी भी काफी कम हो गई है। पक्षी जैसे ही उड़ान भर रहे हैं तो स्मॉग के कारण उन्हें ठीक से आगे की दूरी नजर नहीं आ रही है। इसके चलते पक्षी पेड़ों पर ही दिन रात विचरण करते नजर आ रहे हैं।

जहां ग्रीनरी वहां कराएं डॉगी को सैर

स्मॉग से पैट्स को बचाने लिए आईवीआरआई की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। अक्सर लोग शाम के समय सड़कों पर अपने डॉगी को घुमाते नजर आते हैं, लेकिन स्मॉग के चलते अभी कुछ दिन तक ऐसा करना आपके डॉगी के लिए घातक हो सकता है। हवा जहरीली होने के कारण डॉगी को आंखे संबंधी और सांस संबंधी रोग होने का खतरा ज्यादा है। इसलिए अपने डॉगी को ऐसी जगह पर घुमाएं जहां ग्रीनरी अधिक हो।

नॉर्मल से तीन गुना ज्यादा एक्यूआई

दिवाली से अब तक शहर स्मॉग की आगोश में है। दिवाली की रात एक्यूआई 450 एमसीजी प्रति क्यूविक मीटर था। चार दिन बाद थर्सडे को यह घटकर 400 पर आ गया जो नॉर्मल से करीब तीन गुना ज्यादा है। जानकारों की मानें तो अगले 5-6 दिन तक स्मॉग बना रहेगा।

कहां कितना रहा एक्यूआई

स्थान - पीएम 2.5 - पीएम 10

मॉडल टाउन - 250 - 370

रामपुर गार्डन - 235 - 350

डीडीपुरम - 250 - 570

श्यामगंज - 246 - 441

चौपुला - 240 - 530

यह पौधे आपको नहीं होने देंगे बीमार

कुछ छोटे पौधे ऐसे हैं जो भारी मात्रा में कार्बनडाई ऑक्साइड को ग्रहण कर ऑक्सीजन बाहर निकालते हैं। यह पौधे इतने छोटे होते हैं कि इन्हें आसानी से कमरे के अंदर रखा जा सकता है। यह पौधे इस मौसम में आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं।

घर में लगाएं ये पौधे

- ऐरेका पाम

- दफेन बेकिया

- राम बांस

- मनी प्लांट

- सेंसिवेरिया

- पर्दा बेल

- आइवी

स्मॉग जितना इंसानों के लिए घातक है उससे कहीं ज्यादा पक्षियों के लिए यह घातक है। आसमान में स्मॉग की वजह से पक्षी उड़ाने नहीं भर पा रहे हैं। वहीं हवा जहरीली होने के कारण उनमें सांस और स्किन संबंधी रोग भी बढ़ रहे हैं।

डॉ। जेएम कटारिया, रिटायर्ड डायरेक्टर, सीएआरआई।

दिवाली के बाद से जानवरों में सांस और स्किन संबंधी बीमारियां बढ़ी हैं। तीन चार दिन में कई लोग अपने बीमार पैट को लेकर आ चुके हैं। ऐसा प्रदूषण की वजह से हो रहा है। इसके लिए लोगों को कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है।

डॉ। अमरपाल, हेड, सर्जरी यूनिट, आईवीआरआई