- प्रदेश कार्यसमिति में राजनाथ के भव्य स्वागत से मिले संकेत

- स्वामी प्रसाद मौर्य के सोमवार को भाजपा में शामिल होने की अटकलें

- यूपी चुनाव में बड़ा उलटफेर अंजाम देने को भाजपा ने की तैयारी

LUCKNOW: भारतीय जनता पार्टी सूबे में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर करने की तैयारी में है। झांसी में पार्टी की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में जिस अंदाज में चुनावी हुंकार भरी गयी, उससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि यूपी चुनाव में भाजपा जीत हासिल करने को सारे दांव आजमाने को तैयार है। यही वजह है कि सोमवार को नई दिल्ली में बसपा के बागी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं तो जल्द की बसपा में फिर से बड़ी बगावत के बीज भी बोये जा चुके हैं। वहीं कार्यसमिति में जिस तरह राजनाथ सिंह का स्वागत हुआ, उससे साफ हो गया कि वे ही यूपी चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे।

राजनाथ के संबोधन से हुई समाप्त

प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का भव्य स्वागत किया गया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि वे यूपी चुनाव के लिए अपना पूरा समय देने को भी तैयार है। पार्टी में अंदरखाने जिस तरह सीएम चेहरे के लिए असमंजस की स्थिति बनी हुई है, उसे देखते हुए यदि राजनाथ सिंह को यह जिम्मेदारी सौंप दी जाती है तो हैरत की बात नहीं होगी। राजनाथ ने जिस तरह सिलसिलेवार तरीके से प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया उससे भी साफ है कि सपा और बसपा को चुनाव में टक्कर देने के लिए पार्टी को किसी बड़े चेहरे की दरकार है। इसे चुनाव का असर ही माना जाएगा कि कई साल बाद राजनाथ सिंह ने प्रदेश कार्यसमिति की किसी बैठक में हिस्सा लिया।

पिछड़ा वोट बैंक होगा मजबूत

पिछले कई दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा भाजपा की सदस्यता ग्रहण किए जाने के जो कयास लगाए जा रहे थे, उसका पटाक्षेप सोमवार को हो सकता है। मौर्य के भाजपा में आने से पार्टी का पिछड़ा वोट बैंक मजबूत होगा। साथ ही बसपा के तमाम बागी नेताओं का भी अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव में समर्थन मिलेगा। मालूम हो कि स्वामी प्रसाद मौर्य के संपर्क में बसपा के तमाम ऐसे बागी नेता हैं जिनका टिकट काटा जा चुका है। भाजपा उन्हें अपने पाले में लाने के लिए खास रणनीति पर काम कर सकती है। यह संभावना भी जताई जा रही है कि जल्द ही बसपा के एक और वरिष्ठ नेता भाजपा का दामन थाम सकते है।