- स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 की रैंकिंग पूरी

- 1000 से अधिक शहरवासियों से लिया गया है फीडबैक

आगरा। स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 में शहर की रैंकिंग के लिए परीक्षा पूरी हो चुकी है। इस दौरान शहर की साफ-सफाई के साथ, बाजारों की सफाई व्यवस्था, ओडीएफ सहित अन्य सफाई के माध्यमों को जांचा गया। इसमें डोर-टू-डोर कलेक्शन में बुरी तरह मात खाए। ये रैंकिंग में बड़ी बाधा बन सकती है। इस बीच सर्वे टीम ने एक हजार से अधिक लोगों से साफ-सफाई को लेकर फीडबैक भी लिया। इनकी राय भी शहर को सफाई में अव्वल बनाने में बड़ी मायने रखेगी।

तीन दिन तक किया निरीक्षण

शहर की साफ-सफाई में रैंकिंग तय करने के लिए तीन दिनों तक केंद्रीय टीम ने निरीक्षण किया। इस दौरान साफ-सफाई से जुड़े हर व्यवस्था पर फोकस किया गया। टीम के सदस्यों ने हर प्वाइंट पर 10-15 लोगों से बातचीत करके शहर की साफ-सफाई के वास्तविक हालात समझने की कोशिश की। ये बेहद गोपनीय तरीके से किया गया। इनकी राय पर ही बड़ी स्कोरिंग मिलेंगी, क्योंकि जनता के फीड बैक के लिए 600 अंक दिए गए हैं। ये कुल 2000 पूर्णाक का बड़ा हिस्सा है। इसके अलावा डोर-टू-डोर जैसी सफाई में मार्किग की उम्मीद बहुत ही कम है।

डाक्यूमेंटस की तैयारी मजबूत

टीम ने तीसरे दिन डाक्यूमेंट्स को देखने में ही अधिक समय बिताया। इसमें देखा गया कि साफ-सफाई की व्यवस्था सहित अन्य सफाई से जुड़े कार्यो को दस्तावेजों में कितना ठोस तैयार किया गया है और उसके अनुसार व्यवस्थित रूप में कार्य किया जा रहा है या नहीं।