- सुप्रीम कोर्ट ने पब्लिक को प्रदूषण से बचाने लगाई रोक

- बीएस-3 गाडि़यों में 5 से 15 हजार की छूट लेने लगी भीड़

आगरा। देश की सर्वोच्च न्यायालय ने प्रदूषण से बचाने के लिए सख्त फैसला लिया। वहीं जिनके हित में ये कदम उठाए गए। वे चंद रुपए के लालच में प्रदूषण में फंसते चले गए। इसका नजारा शुक्रवार को दो पहिया शो-रूम गाडि़यों में दिखा, यहां सुबह से शाम तक बीएस-3 की गाडि़यां खरीदने के लिए लंबी लाइन लगी रही। जबकि इन गाडि़यों से ज्यादा प्रदूषण निकलने की वजह मानते हुए ही सुप्रीम कोर्ट ने 1 अप्रैल से खरीदी पर रोक लगा दी है।

बीएस-3 की गाडि़यों की बिक्री का अंतिम दिन 31 मार्च था। इसे देखते हुए शो-रूम और एजेंसी संचालकों ने बीएस-3 गाडि़यों पर 5 से लेकर 15 हजार रुपए तक छूट देने का ऑफर दे दिया। प्रदूषण पर ऑफर भारी पड़ा और जनता ने जैसे लूट मचा दी। प्रदूषण की गाडि़यों को खरीदने के लिए सुबह से ही एजेंसियों और शो-रूम में भीड़ लगनी शुरू हो गई। दोपहर तक गाडि़यां खरीदने के लिए लंबी-लंबी लाइन लग गईं। लोगों ने रुपए की बचत के लालच में घंटों लाइन में खड़े रहकर बीएस-3 की गाडि़यां खरीदी। शहर में ही 28 सौ से अधिक दो पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ। ये वह गाडि़यां हैं जिन्हें प्रदूषण का कारक मानते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बंद करने का आदेश दिया है। ये गाडि़यां अब प्रदूषण बढ़ाने में खूब बढ़ावा देंगी।

ताजनगरी का प्रदूषण हाई

ताज महल की खूबसूरती पर दाग नहीं लगे। इसके लिए सैकड़ों उद्योग पहले ही भेंट चढ़ चुके हैं। हाल में ही विशेषज्ञों ने दावा किया है कि प्रदूषण फैलने का कारण उद्योग नहीं बल्कि अन्य कारक हैं। इसमें गाडि़यों से निकलता जहर भी प्रमुख है। एक वेबसाइट के अनुसार देश में प्रदूषण के मामले में अब भी आगरा का 9वां स्थान है। इसके बाद भी आगरावासियों ने प्रदूषण के जहर को पीने के लिए रास्ता स्वयं चुना है।

28 सौ से अधिक बिकी गाडि़यां

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने सख्ती की और 1 अप्रैल से बीएस-3 गाडि़यों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी। इस पर दोपहिया वाहन संचालकों ने गाडि़यों को बेचने के लिए ऑफर की होड़ लगा दी। इस पर लूट मच गई। 30 से लेकर 31 मार्च तक 2840 गाडि़यां बिक गईं। अधिकांश शो-रूम गाडि़यों से खाली हो गए।