AGRA (13 March): केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ। रामशंकर कठेरिया ने कहा है कि अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अरूण माहौर जैसे कार्यकर्ताओं का बलिदान रंग लाएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से 18 मार्च को कलेक्ट्रेट के होने वाले महाघेराव में पहुँचने का आह्वान करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो मैं फिर प्रोटोकॉल तोड़ूंगा।

दो महीने में आगरा में 18 हत्याएं हुई, कोई सुरक्षित नहीं

रविवार को अपने निवास खन्दारी पर आयोजित बैठक में बोलते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि उ0प्र0 की सपा सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है। दो महीने के अन्दर अकेले आगरा में 18 हत्याऐं हो चुकी हैं। हत्याओं का सबसे ज्यादा शिकार दलित हुए हैं। सपा-बसपा को दलितों की कोई चिन्ता नहीं हैं। जब इस अन्याय के खिलाफ मैंने आवाज उठाई तो मायावती संसद में मेरा इस्तीफा मांगने लगीं। मायावती केवल वोटों की राजनीति कर रही हैं। अगर उनमें जरा भी हमदर्दी थी, तो वह आगरा विश्वविद्यालय के कर्मचारी सतेन्द्र कुमार और अरूण माहौर के निवास पर आकर शोक प्रकट करती। मैं भाजपा का जुझारू कार्यकर्ता हूँ और भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता आन्दोलन से पीछे नहीं हटता और ना ही पुलिस के भय से घबराता है। 18 मार्च के कलेक्ट्रेट महाघेराव के प्रदर्शन को ऐतिहासिक बनाना है। इसके लिए आपको गाड़ी-घोड़ा न मिले तो पैदल कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी ताकत यूपी के प्रशासन को दिखानी है। बृजक्षेत्र कोषाध्यक्ष नवीन जैन ने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि गाय माता की रक्षा के लिए हमें तन-मन-धन से संकल्प लेना होगा। 18 मार्च का प्रदर्शन कार्यकर्ताओं के लिए परीक्षा की घड़ी है.महानगर अध्यक्ष गामा दुबे ने कहा कि किसी भी कार्यकर्ता पर आँच नहीं आने दी जाएगी। प्रशासन लगातार हम पर दबाव बना रहा है लेकिन भाजपा आन्दोलन से पीछे नहीं हटेगी। पूर्व महानगर अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता ने कहा कि हिन्दुओं को आत्मरक्षा के लिए व गऊमाता की रक्षा के लिए एकजुट होकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करना होगा।

सैकड़ो कार्यकर्ता पहुंचे बैठक में

मीटिंग में जिलाध्यक्ष अशोक राना, अशोक कोटिया, विजय माहौर, कैप्टन केशव देव प्रजापति, अर्जुन सिंह लोधी, रनवीर सिंह राठौर, श्याम सुन्दर माहौर, श्याम सुन्दर पाराशर, पार्षद संदीप उपाध्याय, मोहन सिंह लोधी, शरद चौहान, राजीव सिंह, प्रभुदयाल प्रजापति, रामचरण शर्मा, राजेश रावत, भरत शर्मा, सुमित कठेरिया, ठा0 श्यामवीर, भोपाल सिंह, डॉ0 अमित, मदन खटीक, राजेश सूर्यवंशी, सुधीर राठौर, अशोक कुशवाह, अशोक दिवाकर, महेश निषाद, ओमप्रकाश गोला, रवीन्द्र गोला, रवीन्द्र कठेरिया सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित मौजूद रहे।