AGRA (2 Dec.): थाना न्यू आगरा क्षेत्र कमला नगर में एफ-?लॉक में एक असिस्टेंट लाइबे्ररियन ने कॉलेज प्रबंधतंत्र के आरोपों से क्षु?ध होकर फांसी लगा ली। लाइब्रेरियन ने मौके पर सुसाइड नोट छोड़ा है, उसमें लिखे अनुसार वह कॉलेज प्रबंधतंत्र से परेशान था। उसके ऊपर गलत आरोप लगाए गए हैं। परिजनों का कहना था कि वह इस संबंध में शिकायत करेंगे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है।

दिन में रखा व्रत

कमला नगर एफ-552 निवासी, 34 वर्षीय रवि चौहान पुत्र इंद्र देव सिंह चौहान बाईपुर, सिकंदरा निवासी रवि चौहान पुत्र इंद्र देव सिंह चौहान बाईपुर सिकंदरा में एमडी कॉलेज में पिछले आठ-दस सालों से असिस्टेंट लाइबे्ररियन के पर पर तैनात बाताया गया है। मंगलवार को वह उपवास पर रहता है। घर में उसके अलावा उसके बड़े भाई प्रवीन व सुशील भी रहते हैं। प्रवीन दूसरे व सुशील तीसरे माले पर अपने परिवार के साथ रहते हैं।

सुबह फंदे पर लटका मिला युवक

मंगलवार की शाम वह नित्य की तरह घर पर आया था। रात में वह खाना पीना खाकर अपने कमरे में सो गया। सुबह उसके भाई प्रवीन जब नीचे गया तो उसकी चीख निकल गई। भाई लोहे के जाल के सहारे फंदे पर झूल रहा था। उसने घर में शोर मचा दिया। भाई सुशील का परिवार भी मौके पर आ गया। इसी के बाद पुलिस को सूचना दी गई। मृतक के पास एक सुसाइड नोट मिला है।

'मैंने कुछ नहीं किया'

सुसाइड नोट में टूटी-फूटी श?दावली में मिला है। इसमें लिखा है कि कॉलेज में मैंने कुछ नहीं किया है, मुझे फंसाया जा रहा है। चार लाइनों में मात्र इतना ही लिखा है। मृतक के बहनोई राम सिंह सैंगर का कहना था कि वह कॉलेज प्रबंधतंत्र से कुछ दिनों से परेशान था। उस पर किसी बात को लेकर आरोप लगाए जा रहे है। इस बात को लेकर वह मानसिक तनाव में चल रहा था।

मीटिंग में किया टॉर्चर

बहनोई के मुताबिक उसने अपने भाई सुशील को दो दिन पूर्व बताया था। इस पर भाई ने प्रिंसिपल से बात की थी। मंगलवार को उसको मीटिंग में बुलाया गया था। लौटने के बाद उसका कहना था कि कॉलेज के डायरेक्टर ने उसपर बहुत टॉर्चर किया है। बहनोई के मुताबिक उसे झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा था। यह बात उसे खाए जा रही थी। परिवार उसकी शादी की तैयारी कर रहा था और यह घटना हो गई।

शव को भेजा पोस्टमार्टम हाउस

सूचना पर पुलिस पहुंच गई थी। पुलिस ने शव को क?जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है। बहनोई के मुताबिक वह चार भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई गिरीश कानपुर में इंजीनियर हैं। भाई प्रवीन आबीएस कॉलेज में एफएमसीए विभाग में हैं। भाई सुशील प्राइवेट टीचर हैं। पिता एमडी जैन कॉलेज में कॉमर्स के प्रवक्ता रह चुके हैं।