- बदलते मौसम में लोगों की इम्युनिटी हो रही कम

- मास्क पहनने को लेकर भी बरत रहे लापरवाही

आगरा। कोरोनावायरस के मामले में थोड़ी-सी सावधानी हटते ही दुर्घटना घट सकती है। आगरा में कोरोना की शुरूआत दो मार्च को हुई। इसके बाद मार्च के अंतिम सप्ताह में जमीन से लेकर आसमान तक सब कुछ रुक गया। लॉकडाउन में जिंदगी मानो थम सी गई। लोगों ने मास्क लगाने शुरू कर दिए। दो गज की शारीरिक दूरी का ध्यान रखा। हाथों को साफ रखने की आदत बना ली। सेनेटाइजर हमेशा जेब में रहने लगा। इतना एहतियात बरतने के बाद आगरा ने कोरोना को मात दे दी। लेकिन अब लोग फिर से लापरवाह होने लगे हैं। कोरोना भी चुपके से पैर पसारने के लिए तैयार है। धीरे-धीरे केस भी बढ़ने लगे हैं। एक्सप‌र्ट्स का मानना है कि यही हाल रहा तो दोबारा से कोरोना अपनी रफ्तार पकड़ लेगा।

दोबारा आने लगे हैं केस

कुछ दिन पहले ही आगरा का एसएन मेडिकल कॉलेज कोविड फ्री हो गया था। कोरोना के नए केस आना भी बंद हो गया था। एक्टिव केस की संख्या 10 से भी कम हो गई थी। लेकिन अब दोबारा से कोरोना के केस आने लगे हैं। बीते एक सप्ताह में ही 16 कोरोना के नए केस मिले हैं। शुक्रवार को भी दो कोरोना के केस मिले हैं। अब एक्टिव केसों की संख्या भी 20 हो गई है। एसएन मेडिकल कॉलेज में भी अब दोबारा से पेशेंट एडमिट होना शुरू हो गया है। उसका अभी उपचार चल रहा है। अब जनपद में कुल कोरोना केसों की संख्या 10534 हो गए हैं। अब तक 10340 पेशेंट्स ठीक हो चुके हैं और 174 लोगों की मौत भी हो चुकी है।

लापरवाही बढ़ने लगी

अब कोरोना से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों को लोगों ने दरकिनार कर दिया है। अब मास्क पहनने से लेकर सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने में लोग लापरवाही बरतने लगे हैं। लापरवाही करने वालों में सिर्फ शहरवासी ही आगे नहीं बल्कि जिन हेल्थ वर्कर्स व फ्रंटलाइनर्स ने एक साल तक जागरूक किया, वे भी सावधानी बरतने में कुछ ढील बरत रहे हैं। बाजारों में लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है और मास्क मुंह के बजाय गले पर आ गया है। शहर के बाजारों में अब घनी भीड़ नजर आने लगी है। पैर रखने तक को जगह नहीं मिलती है। बसों व ट्रेनों का हाल भी कुछ ऐसा ही है। अब न ही इन्हें सेनेटाइज किया जा रहा और न कोरोना गाइडलाइंस का पालन हो रहा है।

बदलता मौसम बढ़ा रहा परेशानी

अब मौसम सर्दी से गर्मी की ओर बढ़ रहा है। दिन गर्म होता है और रात ठंडी हो जाती है। इससे अब लोगों को खांसी-जुकाम और वायरल जैसी परेशानी होने लगी है। ऐसे में कोरोनावायरस होने का खतरा बना रहता है। सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर प्रभात अग्रवाल बताते हैं कि बदलते मौसम में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। इस मौसम में लोगों की तबियत खराब होती है और उनकी इम्युनिटी कमजोर होने लगती है, ऐसे में यदि वे कोरोनावायरस के संपर्क में आते हैं तो उन्हें कोरोनावायरस का इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।

शादी सीजन में रहना होगा संभलकर

कोरोनावायरस के प्रति लोगों में लापरवाही बढ़ती जा रही है। अब बाजार से लेकर शादी समारोह में लोग लापरवाही बरत रहे हैं। आने वाले दिनों में शादियां भी आने वाली हैं। मार्च और अप्रैल में कई शादियां होनी हैं, इन शादी समारोह में लापरवाही बरती तो कोरोना का संक्रमण और तेजी से बढ़ सकता है। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। संजय काला बताते हैं कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इससे बचाव के उपाय अभी लगातार करने होंगे। लोगों की लापरवाही को देखते हुए आने वाले दिनों में कोरोना के केसों में बढ़ोत्तरी होगी।

आगरा में कोरोना की स्थिति कंट्रोल में है, अब पब्लिक को इसे पूरी तरह खत्म करने में सहयोग करना होगा। लेकिन कोरोनावायरस के प्रति लोग लापरवाह हो रहे हैं। ये चिंताजनक है, इससे कोरोना के केसों में बढ़ोत्तरी होगी।

- डॉ। आरसी पांडेय, सीएमओ

कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इससे बचाव के उपाय का पालन अभी करना होगा। अभी वैक्सीनेशन चल रहा है। यदि लोग लापरवाही दिखाएंगे तो कोरोना के केसों में बढ़ोत्तरी होने की आशंका है।

- डॉ। संजय काला, प्रिंसिपल, एसएनएमसी

बदलते मौसम में लोगों की तबियत खराब होती है और उनकी इम्युनिटी कमजोर होने लगती है। ऐसे में यदि वे कोरोनावायरस के संपर्क में आते हैं तो उन्हें कोरोनावायरस का इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।

-डॉ। प्रभात अग्रवाल, प्रोफेसर, एसएनएमसी

बीते दिनों मिले कोरोना केस

26 फरवरी 2

25 फरवरी 2

24 फरवरी 4

23 फरवरी 1

22 फरवरी 3

21 फरवरी 2

20 फरवरी 2

--------------

आगरा में कोरोना की वर्तमान स्थिति

एक्टिव केस-20

कुल केस- 10534

स्वस्थ हुए- 10340

कुल मौत- 174

अब तक लिए सैंपल- 543371