AGRA : कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने 'लकी ग्राहक योजना' और 'डिजि धन व्यापार योजना' लॉन्च की। ये 25 दिसंबर से शुरू चुकी है। लेकिन साइबर शातिरों ने इसके जरिए भी लोगों को लूटना शुरू कर दिया है। आगरा में ऐसे कई केस सामने आए है जिसमें लोगों को 'लकी ग्राहक योजना' का विनर बताकर उसने अकाउंट नंबर और पिन ले लिया। इसके बाद सबके अकाउंट से तीन से पांच हजार रूपए निकाल लिए गए।

पीएम की स्कीम का देते हैं लालच

नोटबंदी के बाद पीएम मोदी ने 25 दिसंबर को इनामी योजना का एलान किया। योजना के मुताबिक रविवार से हर दिन कैशलेस लेनदेन करने वालों को हजारों रुपये का इनाम दिया जाएगा और 14 अप्रैल को मेगा इनाम एक करोड़ रुपये का होगा।

साइबर सेल पर आई शिकायतें

साइबर सेल में इस तरह की करीब एक दर्जन शिकायतें आई हैं। सभी से दो हजार से लेकर पांच हजार तक का ट्रांजेक्शन हुआ है। सभी मामलों की जांच चल रही है। साइबर सेल प्रभारी अमित के मुताबिक ऐसे मामलों के लिए बैंकों के साथ मीटिंग भी की गई थी, इसमें सिक्योरिटी सिस्टम को लेकर गहन वार्ता की गई।

न बताएं अकाउंट नंबर और पिन

आपको बता दे कि इस योजना से जुड़े अधिकारी आपको कभी भी फोन पर संपर्क आपसे आपके अकाउंट की जानकारी नहीं मागेंगें। 'लकी ग्राहक योजना' में जीता हुए प्राइस मनी सीधा आपके अकाउंट में आएगा। अगर कोई भी बैंक अधिकारी आपका अकाउंट नंबर और पिन मांगे तो उसे साफ मना कर दे और अपने बैंक से संपर्क करें।

सुरक्षा के उपाय

फोन कॉल पर किसी को कुछ न बताएं।

बैंक खाता संबंधी कोई जानकारी न दें।

कॉल करने वाले के बारे में जानकारी करें।

केस वन

26 दिसंबर: 3800 रुपये की शॉपिंग कर दी

सदर निवासी लाकेंद्र 26 दिसंबर को एक फोन आया। कॉल में उससे अकाउंट अपडेट करने के लिए जानकारी मांगी। उसको लगा की बैंक से ही फोन है। फोन करने वाले ने खुद को मैनेजर बताया इसी के बाद उसने नंबर बता दिया। इनके अकाउंट से 3800 रुपये की शॉपिंग कर दी।

केस टू

27 दिसंबर: 3200 रुपये निकल गए

एत्मादउद्दौला निवासी युवक के पास 27 दिसंबर को कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक का अफसर बताया। पीएम की इनामी योजना के बारे में बात करने लगा। युवक उसके झांसे में आ गया। शातिर ने युवक से उसका अकाउंट नंबर और एटीएम को कोड जान लिया। जानकारी देने के कुछ मिनट बाद उसके अकाउंट से 3200 रुपये निकल गए।

केस थ्री

27 दिसंबर: 3200 रुपये निकल गए

एत्मादउद्दौला निवासी युवक के पास 27 दिसंबर को कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक का अफसर बताया। पीएम की इनामी योजना के बारे में बात करने लगा। युवक उसके झांसे में आ गया। शातिर ने युवक से उसका अकाउंट नंबर और एटीएम को कोड जान लिया। जानकारी देने के कुछ मिनट बाद उसके अकाउंट से 3200 रुपये निकल गए।