AGRA (3 Aug.): तमाम हमले और विवादों के बाद ख्खनन थम नहीं रहा। अवैध तरीके से बेाौफ माफिया अपनी मनमानी पर उतारू हैं। चौंकाने वाली बात तो ये है कि जिला खनिज कार्यालय की तरफ से जनपद में कोई ख्खनिज का पट्टा नहीं है, फिर भी धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है। और तो और इसकी गवाही खुद विभाग की कार्रवाई दे रही है। क्योंकि जब पट्टे आवंटित नहीं हुए हैं तो आािर कार्रवाई किस आधार पर विभाग कर रहा है।

10 लाख का वसूला है जुर्माना

गत महीने खनिज विाग के अफसरों ने 31 वाहनों को जत किया। इनके चालकों पर आरोप था कि ये खनन अवैध तरीके से कर रहे हैं। लिहाजा 10 लाख पांच हजार 566 रूपये का जुर्माना वसूला गया। अब सवाल ये उठता है कि जब विभाग ने पट्टा आवंटन ही नहीं किया तो ये वाहन बालू लेकर कहां से आ रहे थे। हालांकि इस सवाल पर विभागीय अधिकारी अपने आप को बचाने के लिए वाहन के बाहरी होने का तर्क देकर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।

खेरागढ़ में पत्थर के छह पट्टे

जिले में खेरागढ़ में पत्थर के छह पट्टे हैं। जिले में बालू का कोई पट्टा नहीं है। सभी को निरस्त कर दिया है। केवल फतेहाबाद के धारापुरा में व यमुना के पोइया घाट पर बालू के ढेर की अनुमति है। इसके अलावा कोई पट्टा मौजूदा समय में नहीं है। इसके बावजूद भी यमुना पार क्षेत्र में बाह में जगह-जगह खनन माफियाओं ने बालू के ढेर लगा रखे हैं। यमुनापार में रहनकलां, मलूपुर, शोभा नगर, नरायच, फाउन्ड्री नगर में बालू के ढेर लगे हुए हैं।

बाह में भी कोई पट्टा नहीं

मौजूदा समय में बाह में कोई खनन का पट्टा नहीं है, बावजूद इसके चंबल संरक्षित सेंचुरी से अवैध खनन होता है। बुधवार को ही एक शिकायतकर्ता जिला ख्खनिज अधिकारी के कार्यालय पहुंचा। शिकायत कर्ता का कहना था कि उसने खनन के फोटो जिला खनिज अधिकारी को उपलध कराए हैं। वहीं जिला खनिज अधिकारी का कहना है कि वो क्षेत्र उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।