आगरा। यमुना नदी पिछले 5 वर्षों में लो-फ्लड लेवल तक नहीं पहुंच सकी है। गत वर्ष अगस्त के महीने में 492 फीट तक पानी पहुंच गया था। उससे भी पहले यमुना का वाटर लेवल 493 फीट तक पहुंच गया था। बता दें कि यमुना का लो फ्लड लेवल 495 फीट है। लेकिन 5 वर्षों में वाटर लेवल यहां तक नहीं पहुंच सका है।

ओखला और गोकुल से बढ़ सकता है डिस्चार्ज
यमुना नदी में ओखला और गोकुल बैराज से डिस्चार्ज बढ़ सकता है। बुधवार को ताजेवाला से 14121 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। वहीं ओखला बैराज से 25369 क्यूसेक डिस्चार्ज किया गया। वहीं गोकुल बैराज से 34243 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। सिंचाई विभाग के एक्सईएन ने बताया कि आगे आने वाले दिनों में यमुना के वाटर लेवल में इजाफा हो सकता है। उन्होंने बताया कि यमुना में वाटर लेवल बढऩे से प्रदूषण में सुधार हो सकेगा।

ये हुआ डिस्चार्ज
यमुना में वाटर रिलीजिंग पर एक नजर
बैराज का नाम वाटर रिलीजिंग
ताजेवाला बैराज 14121 क्यूसेक
ओखला बैराज 25369 क्यूसेक
गोकुल बैराज 34243 क्यूसेक

यमुना का जलस्तर
491.60 मी।
लो फ्लड लेवल- 495.00 फीट
मीडियम फ्लड लेवल- 499 फीट
हाई फ्लड लेवल- 508 फीट

चंबल- 120.65 मी।
हाई फ्लड लेवल- 136.60 मीटर
अलर्ट लेवल- 127.00 मीटर
डेंजर लेवल- 130.00 मीटर

इनका ये है फ्लड लेवल
खानवा बांध-9.0 मी।
तेरहमोरी बांध- 9.0 मी।
खारी नदी अकोला- 531 मी।
चंबल पिनाहट 130 मी।