-श्रृंगवेरपुर में रविवार रात गोली मारकर की गई थी हत्या, सोमवार को बॉडी का हुआ पोस्टमार्टम

-एसएसपी द्वारा क्षेत्राधिकारी सोरांव को सौंपी गई है मामले की विवेचना

PRAYAGRAJ: नवाबगंज के श्रृंगवेरपुर में मारी गई गोली संजय सरोज (35) के दिल में धंस गई थी। दिल में गोली के धंसते ही सदा के लिए उसकी बोली बंद हो गई। सोमवार को हुए पोस्टमार्टम बाद यह बात सामने आई। गोली उसके सीने में बाई तरफ धंसते हुए दिल में फंसी थी। मामूली विवाद में रविवार उसे गोली मारी गई थी। गोली लगने के थोड़ी देर बाद मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया था। मामले में नामजद चारों आरोपितों की तलाश जारी है। केस की विवेचना क्षेत्राधिकारी सोरांव को सौंपी गई है।

विवाद शांत कराने गया था मृतक

श्रृंगवेरपुर घाट पर बॉडी के अंतिम संस्कार किए जाते हैं। बॉडी को जलाने के लिए घाट थोड़ा पहले गांव के पास कुछ लोग लकड़ी बेचा करते हैं। सीओ सोरांव के मुताबिक रविवार रात रखी गई लकड़ी के पास कुछ लोग आग ताप रहे थे। इस बीच नामजद किए गए देवेश पांडेय, पप्पू पांडेय, सुरेश त्रिपाठी व रामू पांडेय वहां पहुंच गए। सभी ने कमेंट किया कि तुम लोग सारी लकड़ी जलाकर ताप डाल रहे हो। आग ताप रहे लोगों ने उत्तर दिया कि लकड़ी का चूरा ही जलाते हैं। बस इसी बात को लेकर विवाद होने लगा। झगड़े को शांत कराने की नीयत से संजय सरोज भी वहां पहुंच गया। अचानक पिस्टल से गोली चला दी गई। गोली संजय के सीने को पार करते हुए दिल में जा धंसी। दिल में गोली के धंसते ही वह गिर पड़ा। थोड़ी देर में ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह देख हमलावर मौके से भाग निकले। संजय के परिवार की तरफ से नामजद कराए गए लोगों में सुरेश त्रिपाठी भी चोटिल बताया जा रहा है। इससे आशंका जताई जा रही है कि गोली चलने के पूर्व वहां मारपीट भी हुई थी। फिलहाल विवेचना और आरोपितों की तलाश जारी है।

पड़ताल में पता चला है कि संजय वहां विवाद को शांत कराने गया था। अचानक चलाई गई गोली लगने से उसकी मौत हुई है। मामले की विवेचना पूरी होने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है। आरोपितों की तलाश जारी है।

-अमित कुमार श्रीवास्तव, सीओ सोरांव