प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एक और नया नाम सामने आया है। असलम मंत्री का। असलम मंत्री माफिया अतीक का चचेरा भाई है और ये भी माफिया अतीक के गैंग में शामिल है। इसका काम भी रंगदारी मांगना है। मंगलवार को धूमनगंज पुलिस ने असलम मंत्री को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस असलम मंत्री को सात महीने से तलाश रही थी। पुलिस ने असलम मंत्री को एसडीएम चौराहा से गिरफ्तार किया है। असलम मंत्री रेलवे में फिटर के पद पर काम करता है। पुलिस ने असलम मंत्री के बारे में एक रिपोर्ट रेलवे को भी भेज दिया है।

चार साल बाद दर्ज हुआ केस

साबिर हुसैन साठ फिट रोड का रहने वाला है। उसने 11 अप्रैल 2023 को धूमनगंज थाने में केस दर्ज कराया था। तहरीर के मुताबिक साबिर 14 अप्रैल 2019 को अपनी मां अफरोज के घर कसारी मसारी में था। इस दौरान अली पुत्र अतीक अहमद, असाद कालिया, शकील, शाकिर, सबी अब्बास, फैजान, सैफ, नामी, अफ्फान, महमूद, माऊद व असलम मंत्री घर पर आ गए। सभी के पास राइफल और पिस्टल थी। मुझे आवाज लगाई तो मैं बाहर आ गया। मुझे असलम मंत्री ने फोन दिया, बोला अतीक भाई से बात करो। साबिर ने फोन पर अतीक से बात करने से इंकार कर दिया। इस पर अली और असाद ने साबिर की कनपटी पर पिस्टल सटा दिया। अली ने कहा कि अगर जिंदा रहना है तो अतीक अहमद के मुकदमें में खिलाफत करना बंद कर दो। अली ने साबिर से एक करोड़ रुपये मांगा। साबिर ने इंकार कर दिया तो उस पर फायरिंग की गई। साबिर वहां से जान बचाकर भागा। साबिर ने इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को दिया है।

चलो, अतीक भाई ने बुलाया है
साबिर के मुताबिक 15 फरवरी 2023 को शाम करीब साढ़े सात बजे वह घर पर था। इस दौरान माफिया अतीक का चचेरा भाई असलम मंत्री और असाद कालिया साबिर के घर पहुंचे। असलम मंत्री ने कहा कि चलो तुमको अतीक भाई ने बुलाया है। तुम्हें गुजरात चलना है। साबिर ने चलने से इंकार किया तो उसे दोनों ने मिलकर पीटा। इसके बाद एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी और जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए।

असलम मंत्री को किया गिरफ्तार
केस दर्ज होने के बाद से असलम मंत्री अपना घर छोड़कर फरार चल रहा था। पुलिस सात महीने से असलम मंत्री को तलाश रही थी। मंगलवार को धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्य को सूचना मिली कि असलम मंत्री एसडीएम चौराहा के पास है। वह किसी से मिलने आया है। इस पर धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्य ने चौकी प्रभारी विवेक कुमार, दारोगा अखंड की टीम ने असलम मंत्री को हिरासत में ले लिया।

ये है अतीक की हनक
ये मामला माफिया अतीक की हनक का उदाहरण है। केस दर्ज कराने वाले साबिर के मुताबिक घटना 14 अप्रैल 2019 की है। और केस दर्ज किया गया 11 अप्रैल 2023 को। यानि चार साल में साबिर माफिया अतीक एण्ड पार्टी के खिलाफ केस नहीं दर्ज करा पाया। यही कारण है कि माफिया अतीक ब्रदर्स के मर्डर के बाद पुराने मामले पुलिस के पास पहुंच रहे हैं।


एक करोड़ रंगदारी मामले में असलम मंत्री पर केस दर्ज है। केस दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया था। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में अन्य आरोपितों की तलाश चल रही है।
राजेश मौर्य, इंस्पेक्टर धूमनगंज