400 parents हुए शामिल

शारीरिक और मानसिक विकलांगता से ग्रसित पेशेंट्स के इलाज के साथ उनकी देखभाल बहुत मायने रखती है। ऐसे में अधिक अनुभव रखने वाले पैरेंट्स ने दूसरे पैरेंट्स के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि सेरेब्रल पाल्सी के बच्चों की शारीरिक दशा और मानसिक स्थिति उम्र के साथ घटती-बढ़ती रहती है। ऐसे में पैरेंट्स को हमेशा होशियार रहना जरूरी है। डॉ। कदीर ने कहा कि ऐसे बच्चों की शारीरिक समस्याओं को दूर रखने के लिए उनको स्पोट्र्स एक्टिविटीज से जोड़ा जाए। लखनऊ के अमिताभ मल्होत्रा ने कहा कि शिक्षा पर सभी का मौलिक अधिकार है और ऐसे बच्चों को कोई भी स्कूल एडमिशन देने से इंकार नहीं कर सकता।

इनको मिला सम्मान

विकलांगता के बावजूद पढ़ाई-लिखाई में अव्वल स्थान पाने वाले देवरिया के हरिशांत सिंह, गाजीपुर के नवनीत राय और इलाहाबाद के अविनाश सिंह को प्राइज देकर सम्मानित किया गया। बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जम्मु के राकेश भट्टी और पटना की अनीता सिन्हा को सम्मानित किया गया। प्रयाग संगीत समिति में संडे इवनिंग हुए कल्चरल प्रोग्राम के दौरान बच्चों ने नाटक दिशा का मंचन कर तालियां बटोरीं। चीफ गेस्ट और विकलांग कल्याण कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी ने सेरेब्रल पाल्सी के क्षेत्र में संवेदना के कार्यों की जमकर प्रशंसा की। संस्था के सचिव डॉॅ। जेके जैन ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हर साल होने चाहिए। जिससे विकलांग से ग्रसित बच्चों का जीवन संवारा जा सके और पैरेंट्स को उनके मन में उठने वाले सवालों का जवाब भी मिल सके। सीडीओ अटल कुमार राय ने इस कार्य में हमेशा सहयोग देने का आश्वासन दिया।