एसआईईटी में वेरिफिकेशन के लिए आया प्रवेश पत्र तो मचा हड़कंप

एग्जाम देने नहीं आया खुराफाती छात्र, ऑनलाइन फॉर्म भरने में खेल

ALLAHABAD: एसएससी के कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल टियर वन 2016 एग्जाम। कैंडिडेट के रूप में यूपी के सीएम अखिलेश यादव का एडमिट कार्ड। जरा सोचिए कि एग्जामिनेशन सेंटर पर इसके बाद कैसी स्थिति रही होगी। जी हां शनिवार को शंभूनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाजी में ऐसा ही नजारा दिखा। किसी शरारती ने सीएम की फोटो और नाम के साथ ऑनलाइन फॉर्म फिल कर दिया। जब इसकी जानकारी संबंधित एग्जाम सेंटर को हुई तो हड़कंप मच गया। हालांकि, संबंधित कैंडिडेट एग्जाम देने नहीं आया। सेंटर के अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन फॉर्म भरे जाने की प्रक्रिया में ऐसे बेतुके मजाक आए दिन होते हैं।

एससी कैटेगरी में ओबीसी

एसएससी के कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल टियर वन 2016 के ऑनलाइन एग्जाम 27 अगस्त से 11 सितंबर तक चलने हैं। इसके लिए शहर में कई सेंटर्स बनाए गए हैं। इसी में से एक शंभूनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी झलवा को भी सेंटर बनाया गया है। यहां शाम को सवा चार बजे से एग्जाम शुरू होना था। लेकिन, वेरिफिकेशन के लिए जो प्रवेश पत्र आए थे उनमें से एक यूपी के सीएम अखिलेश यादव के नाम से भी था। यह देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए। इसमें उनकी फोटो लगी थी और कैटेगरी में एससी भरा गया था। थोड़ी देर में पक्का हो गया कि यह कैंडिडेट फेक है और इसने मजाक किया है। क्योंकि वह एग्जाम देने भी नहीं आया था।

आए दिन होते हैं ऐसे मजाक

बताया जाता है कि जबसे ऑनलाइन फॉर्म फिल करने की प्रक्रिया शुरू हुई है, कैंडिडेट ऐसे मजाक करते रहते हैं। वह किसी की भी फोटो और नाम लिखकर फॉर्म भर देते हैं। बाद में यह मजाक का कारण बन जाता है। सीएम वाले मामले में भी ऐसा ही हुआ है। यह भी जानने लायक है कि एससी कैटेगरी के फॉर्म फ्री ऑफ कास्ट होते हैं, इसलिए कैंडिडेट्स को फ्री का मजाक उपलब्ध हो जाता है। यह भी बता दें कि फॉर्म भरने के बाद कैंडिडेट एक प्रवेश पत्र डाउन लोड करता है तो दूसरा कमीशन की ओर से सेंटर्स पर वेरिफिकेशन के लिए भेजा जाता है।

यह मामला शनिवार को हमारे सामने आया था। किसी ने मजाक किया है। अगर वह एग्जाम देने आता तो आगे की कार्रवाई की जाती। सीएम के नाम पर ऐसा मजाक ठीक नहीं है।

आरके सिंह, प्रशासनिक अधिकारी, एसआईईटी