लोक सेवा आयोग ने दी पीसीएस प्री परीक्षा 2017 की ओएमआर की कार्बन कॉपी, बुकलेट की सील तोड़ने के लिए कराया गया दो-दो अभ्यर्थियों से हस्ताक्षर

ALLAHABAD: लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2017 एक बड़े बदलाव की गवाह बनी। हाल के वर्षो में पेपर आउट होने व कॉपी बदले जाने जैसे मामलों के बाद रविवार को हुई प्रारंभिक परीक्षा में पारदर्शिता दिखाते हुए अभ्यर्थियों को पहली बार ओएमआर की कार्बन कॉपी दी गई। इसके साथ ही परीक्षा केन्द्र में लिफाफों के भीतर रखी बुकलेट की सील तोड़ने से पहले प्रत्येक रुम में कक्ष निरीक्षकों ने दो-दो अभ्यर्थियों से हस्ताक्षर कराया। फिर सील तोड़कर प्रश्न पुस्तिका वितरित की गई। आयोग के इस निर्णय का अभ्यर्थियों ने स्वागत किया और कहा कि अब परीक्षाओं में पारदर्शिता आएगी।

खुद का भी होगा मूल्याकंन

आयोग की ओर से अभ्यर्थियों को ओएमआर की कार्बन कापी दिए जाने से अभ्यर्थी खुद का मूल्यांकन भी कर सकेंगे। कोई भी अभ्यर्थी यह जान सकेगा कि उसने कितने प्रश्नों का उत्तर सही दिया है या फिर आयोग की ओर से किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होती है तो उसके पास यह कार्बन कापी साक्ष्य के तौर पर भी रहेगी।

आयोग का कदम सराहनीय है। ओएमआर की कार्बन कापी मिलने से हम अपना मूल्यांकन कर सकते हैं कि प्रारंभिक परीक्षा में सफल होंगे या नहीं।

योगेन्द्र प्रकाश

अगर प्रारंभिक परीक्षा के रिजल्ट में कोई गड़बड़ी होती है तो कम से कम हमारे पास एक मजबूत साक्ष्य रहेगा। ओएमआर की कार्बन कापी वही चीज है।

विजय कुमार सिंह

सबसे अच्छा यही लगा कि अभ्यर्थियों के सामने बुकलेट के लिफाफे की सील तोड़ी गई। रुम में बैठे अभ्यर्थी यह बेहतरीन व्यवस्था देखकर खुश हो गए।

संदीप यादव

लगातार आयोग की साख गिरती जा रही थी। प्री परीक्षा के लिए आयोग ने पारदर्शिता लाने के लिए कार्बन कापी और अभ्यर्थियों का हस्ताक्षर कराकर बहुत अच्छा काम किया।

संदीप कुमार

यह व्यवस्था आयोग और अभ्यर्थियों दोनों के हित में रहेगी। आयोग प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी नहीं कर सकेगा और अभ्यर्थी अपना मूल्याकंन कर लेंगे।

राम नरेश सिंह

कई भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी से आयोग की प्रतिष्ठा धूमिल हो गई थी। इस पारदर्शिता का स्वागत किया जाना चाहिए जो आयोग और अभ्यर्थियों के हित में होगी।

संतोष कुमार