वृद्धा ने लगाई आवाज तो पड़ोसियों ने पुलिस को दी जानकारी

पुलिस ने ताला तोड़कर वृद्धा को बाहर निकाला, कराया भोजन

ALLAHABAD: पति-बेटे की लम्बी आयु के साथ परिवार की खुशहाली मांगने के लिए छठी मइया का व्रत उठाया था। इसे पूरे विधि-विधान से करने किया। व्रत रखा। डूबते और उगते सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। मइया की अराधना में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन, उस 'मइया' को ताले में बंद करके जिनसे इस परिवार का आधार तैयार हुआ। उन्हें तीन ताले में बंद करके छोड़ दिया। चौथे दिन बुजुर्ग ने शोर मचाया तो मोहल्लेवालों का ध्यान गया और उन्होंने पुलिस को बुलाया। तीन ताले तोड़कर सीढि़यों के सहारे घर में घुसी पुलिस ने 90 साल की बुजुर्ग महिला को बाहर निकाला और खाना खिलाया तो उनके चेहरे पर रौनक आ गई। पूछने पर पता चला कि वह चार दिनों से घर में बंद हैं।

मुजफ्फरपुर चला गया पूरा परिवार

रेलवे में नौकरी करने वाले राजू कुमार मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं। उनका परिवार खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के काला डांडा एरिया में रहता है। राजू कुमार ड्यूटी के चक्कर में ज्यादातर बाहर रहते हैं। उनकी पत्‍‌नी पुष्पा देवी 90 वर्ष की बुजुर्ग सास और बच्चों के साथ यहां रहती हैं। राजू छुट्टी मिलने पर ही घर पहुंच पाते हैं। पुष्पा देवी बिहार की होने के चलते छठ का पूर्व पूरी शिद्दत से मनानी हैं। इस साल भी छठ पूजा का त्यौहार मुजफ्फरपुर स्थित अपने घर पर मनाने के लिए पुष्पा अपने बच्चों के साथ चार नवंबर यानी नहाय-खाय वाले दिन ट्रेन से अपने गांव चली गई। बेटे की गैरमौजूदगी में साथ न ले जाने के चलते 90 वर्ष की बुजुर्ग महिला घर पर अकेली रह गई। उनके बारे में न तो पड़ोसियों को कुछ बताया गया और न ही किसी को केयरटेक के लिए छोड़ा गया।

तीन ताला में बंद थी बुजुर्ग महिला

तीन दिन तक एक कमरे में बंद रहने के बाद सोमवार की सुबह होते ही बुजुर्ग महिला शोर मचाने के साथ चीखने लगीं। उनकी आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोगों ने जब जानने का प्रयास किया तो, पता चला कि बुजुर्ग महिला घर पर अकेली हैं और मकान में बाहर से ताला बंद है। मोहल्ले के लोगों ने खुल्दाबाद थाना पुलिस को एक घर में महिला के बंद होने की जानकारी दी। पुलिस टीम स्पॉट पर पहुंची तो मेन गेट पर ताला बंद मिला। भीतर घुसने का और कोई रास्ता न दिखने पर पुलिस ने सीढ़ी मंवाई और खिड़की के रास्ते घर में घुसने का फैसला लिया। इसके बाद भी उसे मकान के भीतर के कमरे में लगा ताला तोड़ना पड़ गया। पुलिस महिला के कमरे में पहुंची तो वह लस्त-पश्त हालत में थीं। एक ही कमरे में बंद होने और खाना-पानी न मिलने और बिना किसी सहारे के उठने में भी असमर्थ होने के कारण बुजुर्ग महिला शोर मचा रही थी। जिन्हें पुलिस टीम ने बाहर निकाला और मोहल्ले के लोगों की मौजूदगी में भोजन कराया।

हम तो खाना रख के आए थे

इस संबंध में जब राजू कुमार की पत्नी पुष्पा देवी के मोबाइल पर कॉल कर बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि हम तो उनके लिए तीन दिन का खाना रख के आए थे। पति रेलवे में हैं। उनको बता दिया था कि मां घर में अकेले हैं, इसलिए वह घर जरूर पहुंचें। उन्होंने घर पहुंचने का भरोसा दिया था तभी मैं बच्चों को लेकर निकली थी। संयोग से उनके भाई की तबियत खराब हो गई और वह घर नहीं पहुंच सके। पुष्पा ने कहा कि सासू मां बहुत हल्ला करती हैं, क्या करें। बूढ़ी हो गई हैं। मजबूरी थी त्यौहार मनाने जाना ही था। चार नवंबर को नहाय-खाय वाले दिन इलाहाबाद से निकले थे और पांच को खरना वाले दिन मुजफ्फरपुर पहुंचे। अब पारन करने के बाद इलाहाबाद आ रहे हैं। ट्रेन पकड़ लिए हैं। मंगलवार की भोर में चार बजे तक इलाहाबाद पहुंच जाएंगे।

हमें मोहल्ले के लोगों ने जानकारी दी थी कि एक घर में वृद्ध महिला बंद हैं और वे शोर मचा रही हैं। वहां जाने पर पता चला कि परिवार के लोग बुजुर्ग महिला को घर में बंद कर छठ त्यौहार मनाने बिहार गए हैं। मोहल्ले वालों की मौजूदगी में हमने मकान में सीढ़ी लगाकर कमरे का ताला तोड़वाया और बुजुर्ग महिला को बाहर निकाल कर उन्हें सबके सामने भोजन कराया।

केके सिंह

एसओ, खुल्दाबाद