प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिला पंचायत सभागार में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस एवं उप्र मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम अन्तर्गत मिलेट्स रेसिपी एवं उपभोक्ता जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जस्टिस शेखर यादव ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उप कृषि निदेशक ने पूर्व प्रधानमंत्री के वन पर प्रकाश डाला। शुआट्स नैनी के वैज्ञानिक डॉ। मदनसेन सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में रासायनिक खाद का प्रयोग करने से मिट्टी कमजोर हो गयी है इसलिये खेतों में सनई, ढैंचा एवं गोबर की खाद का प्रयोग करने से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी।

किसानों का मसीहा बताया
मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में पूर्व प्रधानमंत्री को किसानों का मसीहा बताते हुए कृषकों को जानकारी दी कि पूर्व प्रधानमंत्री ने निश्चित रूप से किसानों की पीड़ा समझी। इसलिये उन्होंने किसानों के उत्थान का बीणा उठाया। उनके द्वारा किसानों को जैविक खेती करने के लियेे प्रोत्साहित किया गया तथा जैविक खेती करने से होने वाले लाभ की स्थितियों से अवगत कराया गया। आज के कार्यक्रम में कृषि से संबंधित विभिन्न विभागों द्वारा कृषकों की जानकारी के लिये 25 स्टाल लगाये गये तथा लगभग 51 कृषकों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।

किया गया सम्मानित
कार्यक्रम में गेहूं, धान, चना, बाजरा एवं सरसों फसल में अच्छी उत्पादकता प्राप्त करने वाले 12 कृषकों में 6 को प्रथम एवं 6 को द्वितीय पुरस्कार, उद्यान में अमरुद, केला, आलू, एवं प्याज के 8 कृषकों में 4 को प्रथम एवं 4 को द्वितीय पुरस्कार, मत्स्य पालन में 8 किसानों को मछली उत्पादन के क्षेत्र में 4 को प्रथम एवं 4 को द्वितीय पुरस्कार, एवं पशुपालन में 8 किसानों को अधिक दुग्ध उत्पादन प्राप्त करने पर 4 को प्रथम एवं 4 को द्वितीय पुरस्कार तथा 2 महिला कृषकों को पशुपालन के क्षेत्र में विशिष्ट महिला पुरस्कार 1 को प्रथम एवं 1 को द्वितीय पुरस्कार इस प्रकार कुल 38 कृषकों को अपने-अपने क्षेत्र में अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने पर शाल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जनपद के किसान बद्री प्रसाद पुत्र माता प्रसाद को राज्य स्तर पर धान फसल में तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है।