नौकरी के नाम पर ठगे जा रहे युवा, आउटसोर्सिग के नाम पर हो रहा खेल

हकीकत सामने आने के बाद भी कार्रवाई से कतरा रहे अफसर

ALLAHABAD: नगर निगम की साख खतरे में है। कभी ठेका दिलाने के नाम पर लोगों से पैसा वसूला जाता है तो कभी नगर निगम का फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर लोगों से पैसा वसूल लिया जाता है। इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन कार्रवाई एक के खिलाफ भी नहीं हुई है। अब आउटसोर्सिग पर सफाई कर्मचारियों की तैनाती में भी बड़ा घोटाला किए जाने का मामला सामने आया है। इस पर मेयर ने नगर आयुक्त के साथ ही सीएफओ को कार्रवाई के लिए लेटर लिखा है। लेकिन इस मामले में भी कार्रवाई होती है या फिर पूरे मामले को टरका दिया जाता है, यह बड़ा सवाल है।

प्राइवेट एजेंसी का फर्जीवाड़ा

करीब दस दिन पहले करछना थाना क्षेत्र निवासी एक युवक से नगर निगम इलाहाबाद में नौकरी दिलाने के नाम पर सिविल लाइंस स्थित एक प्राइवेट एजेंसी द्वारा एक लाख 70 हजार रुपये लिए जाने का मामला सामने आया था। जिसकी शिकायत युवक ने मेयर अभिलाषा गुप्ता से की थी। युवक की शिकायत पर आईनेक्स्ट ने इस पूरे मामले का स्टिंग कर इसे प्रकाशित किया था। युवक की शिकायत और स्टिंग में हकीकत सामने आने के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों ने नगर निगम के नाम पर वसूली करने वाली एजेंसी व आरोपियों को छोड़ दिया। जांच की बात कही गई, लेकिन न जांच हुई और न ही कार्रवाई। प्राइवेट एजेंसी बिना किसी रोक-टोक के अपना काम कर रही है।

आउटसोर्सिग से तैनाती में खेल

नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा वसूली मामले की जांच पूरी नहीं हुई थी कि अब आउटसोर्सिग सफाई कर्मचारियों की तैनाती में घोटाले का मामल सामने आया है। मंगलवार को मेयर ने जब सफाई कर्मचारियों की परेड कराई तो फिर हकीकत सामने आ गई। जिस पर मेयर ने अधिकारियों को जांच का आदेश दिया है।

मेयर ने सीएफओ को लिखा लेटर

आउटसोर्सिग तैनाती में घोटाले की बू आने पर मेयर ने नगर निगम के चीफ फाइनेंस कंट्रोलर को लेटर भेज कर सभी कर्मचारियों के ईपीएफ, ईएसआई, सर्विस चार्ज के साथ ही अन्य ब्यौरा भी मांगा है। कहा गया है कि पूरा ब्यौरा इकट्ठा कर नगर आयुक्त को सौंपा जाए। ताकि जांच कर फर्जी कर्मचारियों को हटाने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

इधर कुछ दिनों से नगर निगम में किसी भी मामले पर कार्रवाई नहीं हो रही है। फाइल पेंडिंग में चली जा रही है। पिछले दिनों एक प्राइवेट एजेंसी द्वारा नगर निगम के नाम पर पैसा वसूली का मामला सामने आया लेकिन इस मामले में न तो जांच हुई, न कार्रवाई की गई और न ही एफआईआर कराया गया। नगर आयुक्त के लखनऊ से आने पर उनसे बात की जाएगी।

अभिलाषा गुप्ता

मेयर, नगर निगम

इलाहाबाद