फुटपाथ कहां है जनाब
-कर्नलगंज रोड पर सुबह ही लग जाती हैं कपड़ों और खाने-पीने के सामान की दुकानें
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PRAYAGRAJ: कुंभ के पहले सड़कें चौड़ी करने के साथ ही पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ भी तैयार कराया गया था। लेकिन कुंभ मेला बीतने के साथ ही इन फुटपाथों पर अवैध कब्जे हो गए। शहर में किसी एक नहीं, बल्कि करीब सभी फुटपाथों का यही हाल है। इन फुटपाथों पर लगने वाली दुकानों के कारण पैदल चलने के लिए जगह ही नहीं बची।
सुबह से ही सज जाती है दुकानें
कर्नलगंज रोड पर सुबह से ही रोड पटरी पर दुकानें गुलजार होने लगती हैं। सड़क किनारे ही खाने-पीने से लेकर कपड़े, किताबें आदि की दुकानें सज जाती हैं। इस वजह से यहां से गुजरने वाले वाले पैदल यात्रियों को मजबूरी में सड़क पर चलना पड़ता है। कई बार इन लोगों के सामने वाहनों के चलते प्रॉब्लम भी होती है। जबकि कर्नलगंज के आस-पास प्रशासनिक आलाधिकारियों का आना-जाना हमेशा लगा रहता है। इसके बाद भी किसी ने आज तक पटरी खाली कराकर लोगों को चलने की व्यवस्था करने का उपाय नहीं सोचा।
लॉज और हॉस्टल की है भरमार
कर्नलगंज एरिया में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी होने के कारण यहां हॉस्टल और लॉज की भरमार है। इनमें से ज्यादातर स्टूडेंट्स पैदल ही यूनिवर्सिटी तक पहुंचते है। ऐसे में स्टूडेंट्स को सबसे अधिक मुसीबत उठानी पड़ती है। इस बारे में स्टूडेंट्स के साथ ही पब्लिक ने भी कई बार मुद्दा उठाते हुए शिकायत भी की, लेकिन आज तक इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया।
कॉलिंग
हॉस्टल से निकलकर पैदल ही यूनिवर्सिटी तक जाना होता है। ऐसे में दिक्कत तो होती है, लेकिन आखिर किससे शिकायत करें।
-संदीप वर्मा
प्रशासन को चाहिए कि अगर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाया गया है तो उस पर अतिक्रमण लगने से रोकने के लिए भी ठोस कदम उठाने चाहिए।
-सुरेश पटेल
सिटी के ज्यादातर फुटपाथ का यही हाल है। आम आदमी को हर जगह समझौता करना पड़ता है। जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं जाता है।
-सुनील सिंह
पटरी पर कब्जा होने के कारण एरिया के दुकानदारों को भी प्रॉब्लम होती है। अगर दुकानदार थोड़ा सा भी अतिक्रमण करें तो कार्रवाई होती है। इन पर कब कार्रवाई होगी।
-प्रशांत चौरसिया