ओवरलोड के चलते टिक नहीं पाता ट्रांसफार्मर

ग्रामीणों को चंदा जुटाकर बदलवाना पड़ रहा ट्रांसफार्मर

PRATAPGARH: गजब का नियम है बिजली विभाग का। यहां तो मनमानी की हद ही हो गई है। ग्रामीण अंचल की बड़ी बाजार मानी जाने वाली दुर्गागंज में पिछले डेढ़ माह से अंधेरा छाया है। यहां चार बार ट्रांसफार्मर फुंक चुका है।

बार बार फुंक रहा ट्रांसफार्मर

ग्रामीण किसी तरह चंदा इकट्ठा करके इस बनवाते हैं तो एक दो दिन भी वह फिर जल जाता है, लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर उदासीन बने हैं। यहां डेढ़ माह पूर्व ट्रांसफार्मर जला तो बाजारवासी ने स्वयं के खर्च से ट्रांसफार्मर को बनवा कर लाए। जैसे ही लगा कि एक ही दिन में ट्रांसफार्मर फिर से धड़ाम हो गया। इस तरह से बाजारवासियों ने तीन बार चंदा लगाकर ट्रांसफार्मर बदलवाया। इस बार पखवारे भर से जला पड़े ट्रांसफार्मर को नहीं बदलवाया जा सका, जिससे दुर्गागंज बाजार के सैकड़ों उपभोक्ताओं के घर अंधेरा छाया है। बाजार के दिनेश गुप्ता, अच्छे, रज्जन श्रीवास्तव, मो। सलमान सहित लोग बिजली विभाग को जमकर कोस रहे हैं। इनका कहना है कि बाजार में डेढ़ माह से ट्रांसफार्मर फुंका पड़ा है। विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि बिजली का बिल हर माह आ रहा है। लोगों ने शीघ्र ही ट्रांसफार्मर बदलवाने की मांग की है।

विद्युत उपकेंद्र का नहीं उठता फोन

अजगरा पावर हाउस में कार्यरत संविदा कर्मियों की मनमानी के चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस लापरवाही के चलते मौतें भी हो चुकी हैं। इसके बावजूद कर्मचारी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। बता दें कि दो दिन पूर्व अजगरा बाजार में अर्थ वायर के गिर जाने से वीरेंद्र मणि मिश्र व राकेश शुक्ल बाल-बाल बच गए। इसकी सूचना तत्काल दोनों लोगों ने द्वितीय पाली में कार्यरत कर्मचारी राम प्रसाद सरोज को फोन से देनी चाही। पर लगातार काफी देर तक प्रयास करने के बावजूद भी फोन नहीं उठ सका, जिससे क्षेत्रीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। गांव के कई लोगों ने विभाग के उच्चाधिकारियों से लापरवाही से निजात की मांग की है।

समस्याओं को लेकर गरजे ग्रामीण

विभिन्न समस्याओं व मांगों को लेकर मरुआन गांव के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया। एडीएम को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई करने की मांग की। सपा कार्यकर्ता अर¨वद यादव की अगुवाई में धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना था कि लोहिया आवास के आवंटन में जमकर धांधली बरती गई है। पात्रों को आवंटित न करने उन लोगों को आवास दिया गया है, जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं। कई परिवार ऐसे है, जिनका कच्चा मकान जर्जर हो चुका है। बरसात में घर टपकता है। किसी भी दिन उनका मकान गिर सकता है। अर¨वद के साथ रामसेवक, शिवकली, राम बहोर, सीता रामकुमार आदि ने ज्ञापन सौंपते हुए लोहिया आवास आवंटित करने की मांग की। इसके साथ ही प्रधान पर गबन का आरोप लगाते हुए जांच कराने और बेलखरनाथ धाम ब्लाक के बीडीओ, बड़े बाबू का तबादला करने की मांग डीएम से की गई।