प्रयागराज (ब्‍यूरो)। नवाबगंज में पुजारी की हत्या पकड़े जाने के डर से की गई थी। पकड़े गए आरोपितों ने यह खुलासा किया है। आरोपित हत्या वाली रात चोरी करने के इरादे से निकले थे। रास्ते में बारिश शुरू हो गई। जिस पर सभी रामजानकी मंदिर में ठौर लेने पहुंच गए। रात के समय पुजारी ने टोंका टाकी की। जिस पर चोरों ने पुजारी की गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद मंदिर के पास बॉडी फेंककर भाग निकले। नवाबगंज पुलिस ने इस मर्डर केस में छह लोगों को गिरफ्तार किया है।

चोरी करने जा रहे थे आरोपित
दो अक्टूबर की रात छह चोर अपने घर से निकले। रास्ते में सभी चोरों ने आनापुर में चोरी की वारदात करने के लिए आपस में बातचीत की। इसके बाद सभी आनापुर बाजार गए। रास्ते में बारिश होने लगी। जिस पर सभी पास में ही रामजानकी मंदिर में चले गए। आधी रात को इतने लोगों को देखकर वहां के पुजारी मणींद्रमणि त्रिपाठी निवासी मझौलिया थाना दरौली जिला सिवान बिहार ने मंदिर में पहुंचे लोगों से नाम पूछा। इस पर चोर घबरा गए। आधी रात को पुजारी कहीं हल्ला न मचा दे इस डर से चोरों ने पुजारी को पकड़ लिया। उसे मारपीट कर अधमरा कर दिया। इसके बाद एक चोर ने अपने गमछे से पुजारी का गला घोंट दिया। पुजारी ने मौके पर ही दमतोड़ दिया। चोर पुजारी की बॉडी मंदिर में एक किनारे फेंककर भाग निकले। सुबह जानकारी होने पर हल्ला मच गया।

इन आरोपितों की हुई है गिरफ्तारी
नवाबगंज पुलिस ने अशीष कुमार निवासी सुबेदार का पुरवा, कमलेश सरोज निवासी मलाकबलऊ, रामकुमार पटेल निवासी सुबेदार का पुरवा, शिवम निवासी मलाक बलऊ, अजय यादव निवासी मलाक बलऊ, सूरज निवासी सुबेदार का पुरवा को गिरफ्तार किया है। इन आरोपितों की गिरफ्तारी इंस्पेक्टर कुशलपाल सिंह, दारोगा कम्बोद सिंह, सिपाही मंजीत कुमार, सिपाही सुजीत, सिपाही विवेक कुमार, सिपाही सुरेंद्र यादव, सिपाही, संदीप कुमार ने की है।


बारिश बन गई मौत का कारण
पुजारी मणींद्र मणि इस मंदिर पर पुजारी थे। पुजारी के व्यवहार से आसपास के लोग बहुत खुश रहते थे। अगर दो अक्तूबर की रात बारिश न हुई तो शायद पुजारी की जान बच जाती। क्योंकि चोर बारिश से बचने के लिए ही मंदिर में गए थे।

दो अक्तूबर की रात आनापुर रामजानकी मंदिर में पुजारी की हत्या की गई थी। इस मामले में छह आरोपितों को नवाबगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी आरोपितों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। सभी आरोपित चोरी के लिए गए थे। बारिश की वजह से सभी मंदिर में रुक गए।
अभिषेक भारती, डीसीपी गंगानगर