छात्र नेताओं के निलंबन व निष्कासन पर छिड़ी आर-पार की जंग

साइंस कैंप में घुसकर बवाल, वीसी हांगलू के साथ हैदराबाद यूनिवर्सिटी के वीसी पर भी निकाली भड़ास

ALLAHABAD: जिसका अंदेशा था, वही हुआ। पीजीएटी को निरस्त करने की मांग लेकर प्रदर्शन करने वाले छात्र नेताओं के निलंबन व निष्कासन के विरोध में सेंट्रल यूनिवर्सिटी सोमवार को अखाड़ा बन गई। छात्र संगठनों ने इविवि वीसी प्रो। हांगलू के साथ ही कैम्पस में आए हैदराबाद यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। अप्पा राव का भी प्रचंड विरोध किया। आंदोलित छात्रों को काबू करने में इविवि प्रशासन को पसीने छूट गए। कैंपस व बाहर दिनभर छात्रों का उग्र प्रदर्शन जारी रहा।

बॉटनी में पहुंचकर घेर लिया

इविवि में निवर्तमान छात्रसंघ उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह एवं संयुक्त सचिव श्रवण जायसवाल के निष्कासन व सांस्कृतिक मंत्री जितेन्द्र शुक्ला कवि विशाल के निलंबन समेत कुल आठ छात्रों के खिलाफ हुए निष्कासन एवं निलंबन के खिलाफ छात्रों ने मंडे को कैम्पस में गदर काट दिया। सुबह से ही छात्र वीसी प्रो। रतन लाल हांगलू के कैम्पस में प्रवेश की टोह लेते रहे। जैसे ही छात्रों को पता चला कि वीसी बॉटनी डिपार्टमेंट में साइंस कैम्प कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे हैं, सभी छात्र, छात्र संगठन एवं छात्रनेता बॉटनी डिपार्टमेंट पहुंच गए। इससे पहले छात्रों ने वीसी ऑफिस एवं लाइब्रेरी गेट पर भी प्रदर्शन किया। एफसीआई बिल्डिंग पहुंचकर सभी काम बंद करवा दिए।

रोहित वेमुला को लेकर भी बखेड़ा

छात्रों के पहुंचते ही बॉटनी डिपार्टमेंट में स्थित आडिटोरियम का गेट बंद कर दिया गया। लेकिन छात्र गेट जबरन खुलवाकर अन्दर चल रहे कार्यक्रम में घुस गए। इससे कार्यक्रम में अफरातफरी मच गई। कार्यक्रम में शामिल होने आए बच्चे भी घबरा गए। छात्रों ने वीसी प्रो। रतन लाल हांगलू को घेर लिया। उनके साथ कार्यक्रम के चीफ गेस्ट हैदराबाद यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। अप्पा राव भी थे। छात्रों ने दलित छात्र वेमुला केस को लेकर अप्पाराव का भी जमकर विरोध किया।

पीछे के रास्ते से निकाला

छात्रों ने अप्पाराव पर आरोप लगाया कि वे रोहित वेमुला की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसे में उन्हें कैसे इविवि में आने की इजाजत दी गई। छात्रों का उग्र रूप देखते हुए इविवि के अफसरों एवं गार्डो ने प्रो। हांगलू एवं अप्पाराव को सुरक्षा घेरे में ले लिया। सूचना पाकर भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने जोर आजमाइश करके किसी तरह पीछे के रास्ते से दोनों वाइस चांसलर्स को बाहर निकाला। इस दौरान छात्रों की इविवि अफसरों एवं गार्डो से जमकर धक्का मुक्की एवं झड़प हुई।

ऋचा ने दी तहरीर

प्रदर्शन में शामिल निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने आरोप लगाया कि उनके साथ वीसी की सुरक्षा में मौजूद बाउंसरनुमा सुरक्षाकर्मियों एवं अराजकतत्वों ने बदसलूकी की। उनके साथ धक्का मुक्की भी की गई। ऋचा ने इसके खिलाफ कर्नलगंज थाने में तहरीर भी दी है। इसमें उन्होंने लिखा है कि कुलपति के कहने पर उनसे खींचतान की गई तथा उन्हें महिला सूचक गालियां दी गई। इससे गुस्साई ऋचा ने साइंस कैम्प में आए छात्रों को माइक पर सम्बोधित भी किया। उन्हें विवि प्रशासन की करतूतों से अवगत करवाया।

सभी छात्र दल रहे एकजुट

छात्रों का कहना है कि वीसी जिनसे खुश रहते हैं, उन्हें उपकृत कर रहे हैं। वहीं जिनपर उनकी नजर टेढ़ी हो जाती है, उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। इससे कैम्पस में अराजकता को बढ़ावा मिल रहा है। प्रदर्शन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, समाजवादी छात्रसभा, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया, छात्र स्वतंत्रता संघर्ष, छात्र युवा अधिकारी मंच आदि दलों से जुड़े छात्र शामिल रहे। छात्रसंघ चुनाव से पहले हुई कार्रवाई से एबीवीपी भी बौखलाई हुई है। उसने भी इस लड़ाई को अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है।