प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एंग्लो बंगाली इंटर कालेज ग्राउंड पर चल रहे पुस्तक मेले में अवकाश का दिन होने से खासी चहल पहल रही। बड़ी संख्या में युवा 'ज्ञान कुंभÓ में अपनी पसंद के राइटर की किताब खोजने पहुंचे। वैसे तो यहां लगभग सभी राइटर्स की किताबें मौजूद हैं लेकिन युवाओं का एक वर्ग विवेकानन्द, ओशो और डॉ भीमराव अम्बेडकर की बायोग्राफी तलाश करता हुआ दिखा। बुक स्टाल लगाने वाले मनोज शर्मा बताते हैं कि 'अम्बेडकर विचार कोशÓ, विवेकानन्द विचार कोष, बरनार्ड शॉ विचार कोश और खलील जिब्रान विचार कोश की मांग भी यूथ कर रहा है। उनके यहां यह किताबें बेस्ट सेलर के रूप में पहचान बना रही हैं।

ट्रेडिशन अब भी ट्रेंड में
एक अन्य स्टाल ओनर नीरज अरोरा बताते हैं कि वैसे ओशो की लगभग सभी पुस्तकों की मांग है, लेकिन डिमांड 'मैं कॉन हंू? की ज्यादा है। मुंशी प्रेमचन्द्र की 51 लोकप्रिय कहानियॉ, सआदत हसन मंटो की 25 लोकप्रिय कहानियां, रवीन्द्रनाथ टैगोर की 30 लोकप्रिय कहानियां और रवीन्द्रनाथ टैगोर की 30 लोकप्रिय कहानियां भी डिमांडेड हैं। इसी स्टाल पर मिले रेलवे में लोको पायलट गोपाल दास ने 'अम्बेडकर की आत्मकथाÓ पुस्तक को खरीदने के बाद कहाकि वह उनके लिये भगवान हैं। साहित्य अकादमिक पुरस्कार से पुरस्कृत अतुल कुमार राय की पुस्तक 'चॉदपुर की चंदाÓ के साथ दिव्य प्रकाश दूबे की 'यार पापाÓ भी खूब बिक रही है। संजीव की लिखित 'मुझे पहचानोंÓ के कद्रदानों ने भी यहां दस्तक दी है। चित्रा मुगद्ल के उपन्यास 'आवांÓ की मांग है तो इन्हीं की 'नाला सोपाराÓ रमणिका गुप्ता की एक जिद्दी लड़की की आत्मकथा 'आपहुदरीÓ और सुषमा बेद की 'आरोह-अवरोहÓ के साथ-साथ सुशीला टाकभौरे की 'तुम्हें बदलना ही होगाÓ भी सर्च की जा रही है।

सेल्फी प्वाइंट का क्रेज
आयोजक मनोज सिंह चन्देल ने बताया कि नये लेखकों की पुस्तकों के लिये भी स्टाल हैं। यहां पर वह अपनी पुस्तकें डिस्पले कर सकते हैं। कुछ नई पुस्तकों का विमोचन भी किया जा रहा है। यहां पर आने वाले पुस्तक प्रेमियों के लिये सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। जिसपर युवा अपनी सेल्फी भी ले रहे हैं। सह-संयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि मेले में प्रवेश मुफ्त है। मेला सुबह 11 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे चल रहा है। जो कि 31 दिसम्बर खुला रहेगा।

साईं ब्रदर्स ने पुस्तक प्रेमियों का खींचा ध्यान
पुस्तक मेला में जहां एक ओर किताबों की दुनिया सजी है तो, वहीं एक ऐसा सांस्कृतिक मंच भी सजाया गया है, जहां पर प्रयागराज के स्थानीय कलाकारों को अपनी कला का हुनर दिखाने का मौका दिया जा रहा है। सोमवार को राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साईं ब्रदर्स द्वारा उत्कृष्ट लोक गीत और भजनों की प्रस्तुती दी गयी। असित साईं और उसके छोटे भाई आरव ने म्यूजिक कम्पोजर तथा संगीतकार, गिटार, मैंडोलियन व सिंथसाइजर वादक साईं बन्धुओं ने पुस्तक प्रेमियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। उनके भजनों और फिल्मी गानों को खूब सराहा गया।