- अक्षय तृतीया पर गोल्ड की बिक्री हुई सबसे अधिक

BAREILLY:

अक्षय तृतीया पर धातुओं की खरीदारी शुभ माने जाने के चलते मंडे को सर्राफा मार्केट में कस्टमर्स की जबरदस्त भीड़ रही। डायमंड व प्लेटिनम से ज्यादा लोगों ने गोल्ड की परचेजिंग की। शुभ मुहूर्त पर खरीदारी का ज्यादा ही क्रेज दिखा। पिछले साल के मुकाबले गोल्ड का दाम अधिक होने के बावजूद लोगों ने ज्वैलरी की खरीदारी में कोई कोताही नहीं बरती। एक अनुमान के मुताबिक अक्षय तृतीया पर एक अरब का बिजनेस हुआ।

मंदी झेल रहे ज्वैलर्स को मिली राहत

एक्साइज ड्यूटी के खिलाफ 42 दिनों तक मार्केट बंद कर आंदोलन करने व्यापारी मंदी की मार झेल रहे थे। उन्हें अक्षय तृतीया पर अच्छा बिजनेस होने की उम्मीद थी। जो अक्षय तृतीया पर पूरी हुई। गोल्ड का दाम 30 हजार रूपए प्रति दस ग्राम होने के बावजूद लोगों ने जमकर अपनी पसंदीदा ज्वैलरी खरीदी। आलमगिरी गंज, बड़ा बाजार, साहूकारा, सिविल लाइंस सहित अन्य सर्राफा मार्केट में भीड़ देखते ही बनी।

लकी उपहार योजना ने लुभाया

अक्षय तृतीया पर सर्राफा मार्केट में ऑफर्स ने व्यापारियों के बिजनेस में और चार चांद लगा दिया। आलमगिरीगंज में व्यापारियों ने कस्टमर्स के लिए लकी उपहार योजना लागू की। हर कस्टमर को एक हजार से अधिक की खरीद पर एक लकी कूपन दिया। व्यापारी विशाल मेहरोत्रा ने बताया कि योजना 15 मई तक चलेगी। लकी विजेताओं को फ्रिज, माइक्रो वेव, कूलर समेत कई ईनाम दिए जाएंगे।

देर रात तक खुली दुकानें

अक्षय तृतीया पर खरीदारों की भारी भीड़ के चलते ज्वैलरी शोरूम देर रात तक खुले रहे। दरअसल, अक्षय तृतीया से पहले ही लोगों ने इस दिन खरीदने के लिए ज्वैलरी की बुकिंग करवा दी थी। शुभ दिन को उन्होंने शोरूम पर जाकर अपने बुक कराया हुआ ज्वैलरी लिया। भीड़ के चलते दुकानदारों को देर रात तक दुकानें खोलनी पड़ी।

शुक्र अस्त होने से विवाह कम

अक्षय तृतीया पर विवाह का अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस बार करीब सौ वर्षो के बाद इस दिन शुक्र अस्त रहा। शुक्र अस्त होना विवाह के लिए ठीक नहीं माना जाता है। इस कारण इस दिन विवाह नहीं हुए। लोगों ने इस दिन जमीन, मकान, दुकान आदि खरीदे। कई लोगों ने नए काम की शुरूआत भी किया।