-आईपीएल में 5 हजार रुपए सट्टा हारने के बाद पहली बार शौकिया की थी स्कूटी चोरी

-वाहन चोरी में शामिल एक अन्य टीचर के बेटे समेत 4 गिरफ्तार, चोरी की 10 बाइक बरामद

BAREILLY: आईपीएल मैच के दौरान 5 हजार रुपए सट्टा में हारने पर टीचर का बेटा वाहन चोरी का मास्टर बन गया। पार्क में खड़ी एक स्कूटी को उसने पहले शौकिया चुराया और फिर एक के बाद एक वाहन चोरी की वारदातों केा अंजाम देने लगा। उसकी मासूम सूरत देखकर उस पर कोई शक भी नहीं करता था। उसके गैंग में एक लेक्चरर के बेटे के समेत तीन अन्य लोग शामिल हो गए। जिसके बाद कमीशन देकर चोरी की बाइक को गिरवी रखकर या फिर बेचकर कमाई करने लगे। पुलिस ने टीचर के मास्टर बेटे समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर चोरी की 10 बाइक और स्कूटी बरामद किया है। पुलिस ने दो अन्य को भी हिरासत में लिया है जिन्होंने चोरी की बाइक गिरवी रखवायी थी। पुलिस उनका रोल देख्ा रही है।

अलग-अलग एरिया से की बाइक चोरी

एसपी सिटी समीर सौरभ ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुलिस गिरफ्त में आए वाहन चोरों की पहचान सुभाषनगर के सरस्वती शिशु मंदिर के टीचर सुनील का नाबालिग बेटा अभिमन्यु (परिवर्तित नामम), लेक्चरर संतोष उपाध्याय का बेटा दीपांकुर, राजू और सुमित यादव के रूप में हुई है। अभिमन्यु और सुमित यादव नेकपुर सुभाषनगर, दीपांकुर शांति विहार सुभाषनगर और राजू फरीदापुर बरकली बिथरी चैनपुर का रहने वाला है। अभिमन्यु बारहवीं क्लास, दीपांकुर जीटीआई, राजू इंटर और सुमित ग्रेजुएशन का छात्र है। सभी ने कोतवाली एरिया में स्टेशन रोड, विशाल मेगा मार्ट, होटल समेत कई जगह से बाइक व स्कूटी चोरी की थी। पुलिस की मानें तो उन्हें चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया, लेकिन पब्लिक ने उन्हें रंगे हाथ चोरी करते पकडा था जिसके बाद सभी पुलिस गिरफ्त में आ गए।

चाबी लगाकर खोलते थे बाइक

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अभिमन्यु ने हाईस्कूल में यूपी बोर्ड से 85 परसेंट नंबर प्राप्त किए थे। वह आईपीएल में सट्टा लगाता था। सट्टे में करीब 5 हजार रुपए हार गया था। उसने रुपए उधार लिए थे। इन रुपयों को अदा करने के लिए उसने पहली बार दीपांकुर नाम के एक युवक के साथ पार्क से स्कूटी चोरी की। उसने स्कूटी में चाबी लगाई तो स्कूटी खुल गई। जिसके बाद उसे कही छिपा दिया। फिर चोरी की बाइक बेचने के लिए वह सुमित के संपर्क में आया। जिसके बाद उन्होंने स्कूटी को 5 हजार रुपए में गिरवी रख दिया और फिर वाहन चोरी का सिलसिला लगातार चलता चला गया।

ागज वाली बाइक को रखते थे गिरवी

पुलिस पूछताछ में बाइक चोरों ने बताया कि अभिमन्यु के पास कई चाबी रहती थी। वह बाइक पर बैठकर उसमें चाबी लगाता और जो खुल जाती उसे दीपांकुर के साथ लेकर फरार हो जाता था। जिस बाइक में कागज निकलते थे उसे स्टेशन की पार्किंग में खड़ा कर देते थे और फिर गिरवी पर दे देते थे। जिस बाइक के कागज नहीं होते थे उसे बदायूं के गैंग को बेच देते थे, जो बाइक को कटवा देता है। पुलिस उस गैंग को भी ट्रेस कर रही है। पुलिस ने होटल में काम करने वाले शनि वाल्मीकि और कोठी में काम करने वाले मोहित को हिरासत में लिया है। मोहित ने बाइक गिरवी रखवाने के लिए शनि से संपर्क किया था था। शनि ने राहुल सक्सेना को 5 हजार में बाइक गिरवी रखवाई थी। शनि को इसके लिए 600 रुपए और मोहित को 500 रुपए का कमीशन भी मिला था।