- एजाज नगर गोटिया में जलभराव के चलते घर बेचने का मन बना रहे कई लोग

- चोक नाला, जलभराव के चलते समस्या, कई रिश्ते तय होने के बाद टूट जाते

BAREILLY: मानसून सीजन में ड्रेनेज की व्यवस्था न होने से जलभराव की समस्या शहर के कई एरियाज में है। घरों के अंदर पानी जाना, कई दिनों तक पानी की निकासी न होना और दूसरे एरियाज में आने जाने का जरिया ही कट जाना। लेकिन शहर के एजाज नगर गोटिया की हालात इन दुश्वारियों से भी बदतर है। निचले इलाके में बसा वार्ड 67 एजाज नगर हर साल मानसून में जलभराव के चलते गंदगी, बीमारी और बदबू से जूझता है। इस पहचान ने एजाज नगर को इस तरह बदनाम किया कि स्थानीय लोगों के घर बरेली ही नहीं बल्कि अन्य शहरों से भी आए कई रिश्ते टूट गए। खुद एजाज नगर वार्ड के लोगों का यह दर्द है। जो हर साल मानसून पर इसकी टीस दे जाता है।

नाला की निकासी बंद

एजाजनगर गोटिया की सतह निचली होने के चलते जलभराव की दिक्कत हर मानसून में बनी रहती है। इलाके में जो पुराना नाला निकासी के लिए बना है, वह जगतपुर पुलिस चौकी के पास बंद है। इसके चलते नाले से निकासी हो नहीं पाती। सामान्य दिनों में ही नाला ओवरफ्लो रहता है। जिसका पानी कई बार मुख्य सड़क तक आ जाता है। रोड के दूसरी ओर नए नाला का निर्माण कराया गया लेकिन इससे पुराने नाले में ज्वाइंट नहीं दिया गया। लोगों का कहना है कि वार्ड के 60 फीसदी से ज्यादा घरों के टॉयलेट भी नाला से जोड़े गए हैं। ऐसे में जरा सी बारिश से नाला का गंदा पानी सड़क और लोगों के घरों तक चला जाता है।

घरों में नहीं पकता खाना

मानसून की बारिश भले ही शहर को राहत देती है। लेकिन एजाजनगर में इस दौरान कई घरों में खाना खाने के भी लाले पड़ जाते हैं। मुख्य सड़क से जुड़ी गलियों में नालियां चोक रहती हैं। सफाई न होने, निचला इलाका होने और निकासी न होने से लोगों के घरों के अंदर तक कई फीट तक पानी भर जाता है। ऐसे में कई घरों में किचन भी डूबने से खाना न पका पाने की मजबूरी हो जाती है। सेकेंड फ्लोर न होने से खुली छत में बारिश के बीच खाना नहीं पक पाता। वहंी खुले नाले के ओवरफ्लो होने से छोटे बच्चों के डूबने का खतरा बना रहता है।

वर्जन

मानसून के दौरान इतनी गंदगी और बदतर हालात हो जाते हैं कि रिश्तेदार तक घर नहीं आते। इसके चलते कई लोगों ने यहां रिश्ते करने से इंकार किया। - एमएच अंसारी

नाला बनाया लेकिन निकासी नहीं दी गई। नया नाला बनाने से भी फायदा नहीं मिला। बगैर बारिश से ही नाला ओवरफ्लो रहता है। बच्चों के डूबने का खतरा रहता है। - वारिस

गलियों में पानी भर जाता है। घरों में अंदर तक पानी भरने से खाना भी नहीं पका पाते। छत में रहने सोने का इंतजाम करना पड़ता है। पार्षद ने कोई मदद न की। - रईस अहमद

सीधी बात नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अशोक कुमार

सवाल - एजाजनगर गोटिया में नाला निकासी के इंतजाम क्यों नहीं

जवाब - नाला निकासी है, जहां चोक है, वहां का मुआयना कर सफाई होगी। नया नाला भी दो साल पहले बनवाया गया है।

सवाल - गलियों में नालियां चोक हैं, नाला भी जगह जगह गंदगी से भरा है। क्यों

जवाब - वार्ड में सफाई होनी है। सफाई इंस्पेक्टर से एरिया का मुआयना करा सफाई के निर्देश दिए गए हैं।