पहले दिन बीसीबी कैंपस में स्टूडेंट्स की भीड़ खूब थी, लेकिन क्लासेज रही सूनी

सभी अपने-आने काम में थे व्यस्त, टीचर्स ने क्लास में जाने की नहीं उठाई जहमत

>BAREILLY: बरेली कॉलेज में यूजी और पीजी की क्लासेज मंडे से शुरू होनी थीं, लेकिन फ‌र्स्ट डे ही बीसीबी का यह शो सुपर फ्लॉप रहा। कॉलेज में किसी भी कोर्स की क्लास नही लगी। अधिकांश टीचर्स एडमिशन प्रोसीजर में ही बिजी रहे। हालांकि क्लासेज सारी खुली थीं लेकिन उसमें किसी भी टीचर ने झांकने तक की जहमत नहीं उठाई। जबकि पूरा कैंपस स्टूडेंट्स से गुलजार रहा। कैंपस में अधिकांश स्टूडेंट्स या तो काउंसलिंग कराने आए थे या फिर अपनी फीस जमा करने। बाकी जो बचे थे वे कैंपस घूम कर वापस रवाना हो लिए। कॉलेज ने क्लासेज कंडक्ट कराने के लिए अभी कोई स्पष्ट रणनीति नहीं बनाई है।

एक वीक पहले दिया था निर्देश

बीसीबी के प्रिंसिपल डॉ। आरबी सिंह ने एक वीक पहले ही क्लासेज कंडक्ट किए जाने का नोटिस जारी कर दिया था। अखबारों में बाकायदा सूचना भी प्रकाशित कराई थी। उन्होंने सभी टीचर्स को निर्देश दिए थे कि मंडे से बीए, बीकॉम, बीएससी और एमए, एमकॉम व एमएससी की क्लासेज शुरू करा दी जाएं। साथ ही उन्होंने टाइम टेबल बनाकर डिपार्टमेंट के बाहर चस्पा किए जाने के भी निदर्1ेश दिए।

निर्देश को िकया अनसुना

प्रिंसिपल के निर्देश के बावजूद कॉलेज के पहले दिन एक भी क्लास नहीं लगी। कैंपस में अधिकांश क्लासेज खुली थीं, लेकिन उनमें पढ़ाई नहीं हो रही थी। कुछ क्लासेज में यूजी व पीजी स्टूडेंट्स की एडमिशन के लिए काउंसलिंग हो रही थी। तो कुछ क्लासेज पूरी तरह से सूनी पड़ी थीं। कुछ टीचर्स काउंसलिंग कराने में बिजी थे तो कुछ अपने डिपार्टमेंट में बैठे मिले। वहीं कई टीचर्स को तो कैंपस में आए और चलते बने। वहीं प्रिंसिपल ने खुद ही इस स्थिति का जायजा लेना मुनासिब नहीं समझा।

अपने काम के लिए स्टूडेंट्स

मंडे को पूरा कैंपस स्टूडेंट्स से गुलजार रहा, लेकिन इनमें से अधिकांश अपने काम के सिलसिले में आए थे। ऑफिस के बाहर फीस जमा करने के लिए स्टूडेंट्स की लंबी लाइन लगी थी तो अंदर स्कॉलरशिप फॉर्म के लिए स्टूडेंट्स की भारी भीड़ जुटी थी। यही नहीं अधिकांश स्टूडेंट्स कैंपस में केवल मार्कशीट लेने आए थे। बाकी स्टूडेंट्स अपनी काउंसलिंग कराने के लिए भटक रहे थे। इनमें फ‌र्स्ट ईयर के साथ बाकी ईयर्स के स्टूडेंट्स भी शामिल थे।

सुना था कि मंडे से क्लासेज शुरू होनी हैं, लेकिन यहां पर आए तो देखा कि क्लासेज खुली तो हैं लेकिन पढ़ाई नहीं हुई।

- सोहान खान, स्टूडेंट

क्लास तो लगी नहीं। इसलिए पहला दिन कैंपस में घूमकर कौन सा डिपार्टमेंट कहां है यह जानने का मौका मिला।

- मारूफ, स्टूडेंट

क्लास न लगने के बावजूद हम अपने दोस्तों के साथ क्लास में बैठे। आखिरकार हमें इसी क्लास में बैठकर पढ़ाई जो करनी है।

- जुनैद, स्टूडेंट