-दोनों पक्षों में हुई नोकझोंक, एक पक्ष समय की मांग करते हुए पंचायत से हुआ बाहर

-प्रशासन ने निगम से गेट पास होने के चलते निर्माण पर रोक लगाने से किया इनकार, फोर्स तैनात

BAREILLY: किला थाना अंतर्गत जसौली पुलिया पर धार्मिक स्थल के नाम पर गेट के निर्माण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। माहौल की नजाकत को देखते हुए वेडनसडे को एडीएम व एसपी सिटी ने दोनों पक्षों को बातचीत के लिए बुलाया। लेकिन दोनों पक्ष अधिकारियों के सामने ही भिड़ गए। एक पक्ष ने 3 दिन का समय मांगते हुए स्टे लेने की बात कही और फिर मीटिंग बीच में छोड़कर चला गया। वहीं, पुलिस-प्रशासन ने नगर निगम से अनुमति होने के चलते गेट के निर्माण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और दोनों पक्षों को लॉ एंड ऑर्डर बरकरार रखने का सख्त निर्देश दिया है। जसौली में पीएसी व थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया है।

ट्यूजडे शाम हुअा था बवाल

बता दें कि जसौली पुलिया पर ट्यूजडे शाम धार्मिक स्थल के नाम पर गेट बनाने को लेकर दूसरे पक्ष ने विरोध जता दिया था। काफी संख्या में पहुंचे लोगों ने हंगामा किया था तो मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया था। जिसके बाद दोनों पक्षों को कलेक्ट्रेट में मीटिंग के लिए बुलाया गया था। मीटिंग में नगर निगम के अधिकारी भी पहुंचे थे। मीटिंग में एक पक्ष ने कहा कि कुछ दिनों पहले सिटी सब्जी मंडी के पास धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर भी विरोध जताया गया था। अब यहां निर्माण क्यों हो रहा है। जिसके बाद मीटिंग में बताया गया कि गेट नगर निगम से पास है और इसका निर्माण सही हो रहा है। यही नहीं इस गेट के साथ उसी एरिया में दूसरे धर्म का भी गेट बन रहा है। यह गेट भी निगम से पास है। ऐसे में, गेट का निर्माण जारी रहेगा। यही नहीं विरोध करने वाले पक्ष ने कहा कि उन्हें तीन दिन का समय दिया जाए। ताकि वे कोर्ट से स्टे ले आएं। इस पर उन्हें कहा गया कि गेट का निर्माण जारी रहेगा और वे चाहें तो स्टे ऑर्डर ले आएं। जिसके बाद दूसरा पक्ष मीटिंग से चला गया।

गेट निगम से पास है। दूसरे पक्ष का भी गेट उसी एरिया में बन रहा है। गेट का निर्माण कराया जाएगा। दूसरे पक्ष लीगल तरीके से विरोध जताए।

आरके भारद्वाज, एसएसपी बरेली