- विभागीय कर्मचारियों ने मीटर रीडिंग करनी शुरू की तो बिलों में गड़बडि़यां हुई कम

>BAREILLY:

कमीशन के चक्कर में साई कंपनी के कर्मचारी मीटर रीडिंग में गड़बड़ी करते थे। यह बात अब साबित हो गई है। दरअसल, लगातार मीटर रीडिंग में मिल रही गड़बड़ी और उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद जब पॉवर कॉरपोरेशन के कर्मचारियों ने मीटर रीडिंग करना शुरू किया तो इस प्रॉब्लम का परसेंटेज घट गया। इससे साफ हो गया है कि साई कंपनी के कर्मचारी गड़बड़ी कर रहे थे।

रोजाना 100 से अधिक उपभोक्ता

गलत मीटर रीडिंग के चलते उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गलत बिल को सही कराने के लिए उन्हें अपने डिवीजंस के आए दिन चक्कर काटने पड़ते हैं और यह दिक्कत उपभोक्ताओं को साई कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते हो रही है। दरअसल, कंपनी के कर्मचारी जल्दबाजी में गलत-सही बिल जेनरेट कर देते हैं। नतीजतन तीनों डिवीजंस की हर रोज 100-125 उपभोक्ता बिल ठीक करवाने के लिए चक्कर काटते हैं। बिल को सही करवाने में उपभोक्ताओं को एक्स्ट्रा पैसे खर्च करने पड़ते है। साथ ही उनका समय भी बर्बाद होता हैं। जब इसकी शिकायत मुख्यालय पहुंची तो आला अधिकारियों ने गड़बड़ी पता लगाने के लिए निदेर्1श दिए।

और परसेंटेज हो गया कम

पावर कॉरपोरेशन ने उपभोक्ताओं के सापेक्ष 3 परसेंट से अधिक बिलिंग में गड़बड़ी न होने का टारगेट अधिकारियों दिया। विभागीय कर्मचारियों की ओर से बिलिंग किए जाने पर न सिर्फ यह टारगेट पूरा हुआ है। बल्कि गड़बड़ी मात्र एक परसेंट ही रह गई। जबकि सिर्फ साई कंपनी के कर्मचारियों द्वारा बिलिंग करने पर उपभोक्ताओं के सापेक्ष 8 से 10 परसेंट गड़बड़ी मिल रही थी। बताते चलें कि बिल गलत होने पर डिस्ट्रिब्यूशन का जेई मीटर रीडिंग को वेरिफाई करता है। फिर एसडीओ मार्क करता है। तत्पश्चात बिल को सही कर दिया जाता हैं।